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Bhagalpur Bridge Collapse: 1700 करोड़ का पुल 17 महीने ना टिक पाया, गंगा में समाया

बिहार में भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बनाए जा रहे एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज का हश्र कुछ ऐसा होगा ये किसी ने सोचा भी नहीं था. पुल का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया. जानकारी के मुताबिक पुल का 3 पिलर और सुपरस्ट्रक्चर गंगा नदीं में समा गया

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Jatin Madan
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Bhagalpur Bridge( Photo Credit : फाइल फोटो )

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बिहार में भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बनाए जा रहे एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज का हश्र कुछ ऐसा होगा ये किसी ने सोचा भी नहीं था. पुल का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया. जानकारी के मुताबिक पुल का 3 पिलर और सुपरस्ट्रक्चर गंगा नदीं में समा गया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पहले पिलर गिरा और फिर इसके बाद सुपरस्ट्रक्चर ने जलसमाधि ले ली. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब ये पुल धराशायी हुआ हो. इससे पहले भी इसका एक हिस्सा नदी में समा गया था.

आंखों के सामने ब्रिज धराशायी

गंगा नदी पर बन रहा ये पुल खगड़िया के अगुवानी घाट और भागलपुर के सुल्तानगंज को आपस में जोड़ता. ये प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक था. इस पुल की लागत 1700 करोड़ के करीब थी, लेकिन 1700 करोड़ की लागत में बनने वाला पुल 17 महीने भी नहीं टिक पाया और पुल के साथ सीएम का सपना भी टूट गया. 

8 साल में भी नहीं हुआ तैयार

दरअसल 23 फरवरी 2014 को खगड़िया में पुल निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई. 9 मार्च 2015 को सीएम नीतीश कुमार ने पुल निर्माण का शिलान्यास किया था. मार्च 2019 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा करना था, लेकिन अब तक पूरा नहीं हुआ. पुल निर्माण की समय सीमा मार्च 2020 तक बढ़ाई गई. दूसरी बार पुल निर्माण की समय सीमा बढ़ाकर मार्च 2022 की गई. इस बीच 30 अप्रैल 2022 को भागलपुर के साइड से पुल का स्ट्रक्चर नदी में पहली बार गिरा. 04 जून 2023 को खगड़िया की तरफ से पुल का दूसरा हिस्सा ध्वस्त हुआ. इस पुल को 4 साल में ही पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन 8 साल में भी ये बनकर तैयार नहीं हुआ. 

जांच के आदेश

वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसको लेकर जांच के आदेश दिए हैं और टीम गठित कर निर्माण में लगी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए. पुल धराशायी होने के साथ भी बिहार में सियासी पारा हाई हो गया है. जहां सरकार भले ही जांच के आदेश दे रही है, लेकिन विपक्ष इसको लेकर हमलावर हो गया है.

यह भी पढ़ें : Bhagalpur Bridge Collapse पर बोले सीएम नीतीश कुमार, पुल बार-बार गिरने से हो रही तकलीफ

उद्घाटन से पहले दो बार गिरा

गंगा नदी पर बन रहे इस पुल का निर्माण आखिरी चरण में था. पुल की कुल लंबाई 3.16 किलोमीटर थी. वहीं, इंटेलीजेंट ट्रैफिक टेक्नॉलॉजी से इस पुल को बनाया जा रहा था. ये एक फोरलेन पुल था, इसमें अलग-अलग 2 -2 लेन बन रहे थे. हर पिलर के बीच 64 मीटर की दूरी थी. उम्मीद थी कि इसी साल नवंबर या दिसंबर में इस पुल का उद्घाटन हो जाएगा, लेकिन उद्घाटन से पहले दो-दो बार ब्रिज का इस तरह से गिरना कई सवाल और आशंकाओं को जन्म दे रहा है. बड़े सवाल पुल की सुरक्षा को लेकर भी उठ रहे हैं.

HIGHLIGHTS

  • आंखों के सामने ब्रिज धराशायी
  • पुल की जलसमाधि LIVE वीडियो
  • चंद सेकंड में पुल पानी में समाया
  • 1700 करोड़ का पुल 17 महीने ना टिक पाया

Source : News State Bihar Jharkhand

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