सुप्रीम कोर्ट से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. 13 जुलाई को हुए लाठीचार्ज मामले में SC ने सुनवाई से इनकार कर दिया है. आपको बता दें कि बिहार में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर पुलिस लाठीचार्ज में हुई कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत की जांच की मांग वाली याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार किया है. इसके साथ ही दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी भी की है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट भी इस मामले में सक्षम है. आप वहां क्यों नहीं जाते.
25 जुलाई को हुई थी पहली सुनवाई
बीजेपी कार्यकर्ता भूपेश नारायण ने इस मामले में 20 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. 25 जुलाई को इस मामले की पहली सुनवाई हुई थी. इस याचिका में पूरे मामले की CBI या SIT से जांच की मांग की गई है. भूपेश नारायण ने इस मामले में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी पक्षकार बनाया है. जबकि मुख्य सचिव और डीजीपी के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है.
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सुप्रीम कोर्ट का हाईकोर्ट को निर्देश
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद वकील महेश जेठमलानी ने कहा कि 13 जुलाई की घटना है. ऐसे में कृपया हाईकोर्ट को जल्द सुनवाई करने को कह दें. सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से कहा कि जल्द सुनवाई कर लें. याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका को वापस लिया. दरअसल, बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर पटना के गांधी मैदान से विधानसभा तक मार्च निकालकर बीजेपी कार्यकर्ताओं को विधानसभा का घेराव करना था. इसी दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था.
क्या है पूरा मामला?
- 13 जुलाई को BJP ने किया था विधानसभा मार्च
- शिक्षक भर्ती और तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर किया था मार्च
- डाक बंगला चौराहे पर पुलिस ने BJP के मार्च को रोका
- मार्च के दौरान पुलिस ने BJP नेताओं पर किया लाठीचार्ज
- पुलिस की लाठीचार्ज में बीजेपी के कई नेता हुए घायल
- MP जनार्दन सिंह सिग्रीवाल भी लाठीचार्ज में हुए घायल
- BJP ने जिला महामंत्री विजय की मौत का किया दावा
- लाठीचार्ज में विजय सिंह की मौत का किया गया दावा
- प्रशासन ने विजय सिंह की लाठीचार्ज में मौत से किया इनकार
HIGHLIGHTS
- लाठीचार्ज मामले में सुनवाई से SC का इनकार
- दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
- हाईकोर्ट भी इस मामले में सक्षम है- सुप्रीम कोर्ट
- आप वहां क्यों नहीं जाते- सुप्रीम कोर्ट
Source : News State Bihar Jharkhand