गरीब संपर्क यात्रा: गया में बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आगामी 12 फरवरी से बिहार में 'गरीब संपर्क यात्रा' की शुरुआत करेंगे. 26 फरवरी को गया के गांधी मैदान में जनसभा की जाएगी. नीतीश कुमार के समाधान यात्रा के बाद अब हम पार्टी जनसंपर्क यात्रा शुरू करेगी. राशन कार्ड, भूमि सुधार मामले में भूमि बंदोबस्ती, भूदान या सीलिंग की जमीन जो महादलितों को मिली है, उस पर महादलितों का कब्जा नहीं है, सीएम नीतीश भी गरीबों के बारे में सोच रहे हैं. राजनीतिक दृष्टिकोण से लोगों से बात करेंगे. चूंकि कुछ लोग धार्मिक उन्माद फैला कर अपना रोटी सेकना चाहते हैं. सामाजिक सरोकार से राजनीत चलती है ना कि धार्मिक उन्माद से.
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यह बजट आम व गरीबों के लिए नहीं
इसके साथ ही बजट पर मांझी ने कहा कि हिंदुस्तान में युवाओं का प्रतिशत अन्य देशों से ज्यादा है और उसमें बिहार राज्य में सबसे ज्यादा. यहां बेरोजगारी और नियोजन की व्यवस्था होगी तो इस बजट की सराहना करेंगे. महंगाई भी चरम है, जिसका मार गरीबों पर पद रही है. यूक्रेन और रूस युद्ध मामला को लेकर भारत की अर्थव्यवस्था फिलहाल अभी ठीक है, लेकिन महंगाई और बेरोजगारी पर काबू नहीं पाया जा सका है. असंगठित मजदूरों जो कृषि कार्यों में रहते हैं. इसका कोई यूनियन नहीं है. उनके लिए कोई व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है. कॉमन स्कूलिंग सिस्टम हो. अगर इस बजट में इन सारी बातों को ध्यान में नहीं रखा गया तो यह बजट अपूर्ण है. यह बजट आम व गरीबों के लिए नहीं है.
नीतीश कुमार को पदाधिकारी और कर्मचारी चूना लगा रहे
वहीं नीतीश कुमार के समाधान यात्रा पर कहा कि यह काम जो बाहर निकल कर रहे हैं. जहां जा रहे हैं, जिस जगह पर जाने का कार्यक्रम तय की जाती है. वहां 10 दिन पहले से हर क्षेत्र में हर पदाधिकारी आ जाते हैं और वहां करोड़ों का कार्य किया जाता है. नीतीश कुमार को पदाधिकारी और कर्मचारी चूना लगा रहे हैं. जब सीएम का कार्यक्रम होता है तो कैसे करोड़ों रुपए का काम हो जाता है.
HIGHLIGHTS
- 12 फरवरी से बिहार में 'गरीब संपर्क यात्रा
- यह बजट आम व गरीबों के लिए नहीं
- नीतीश कुमार को पदाधिकारी और कर्मचारी चूना लगा रहे
Source : News State Bihar Jharkhand