तू डाल - डाल तो मैं पात पात. ये एक कहावत है, लेकिन ये कहावत को अब चरितार्थ कर रहे हैं मधुबनी के शराब तस्कर. मधुबनी पुलिस जब शराब तस्करों की धर पकड़ को अपने मिशन में सबसे ऊपर रखा तो शराब तस्कर भी तस्करी के नए नए पैंतरे आजमाने लगे हैं. अब मधुबनी में शराब तस्कर ट्रेन का सहारा लेने लगे हैं. ट्रेन से ही अब शराब की ढुलाई की जाने लगी है. आपको बता दें कि मधुबनी जिले का जयनगर थाना क्षेत्र नेपाल बॉर्डर से लगा हुआ क्षेत्र आता है और जयनगर ही भारतीय रेलवे का अंतिम स्टेशन भी हैं. जयनगर स्टेशन से ही ट्रेन निकलती है, जिसका फायदा शराब तस्कर खूब उठा रहे हैं. खास तौर पर ट्रेन से शराब तस्करी में महिला की संलिप्तता ज्यादा होती है.
ट्रेन में पैसेंजर सीट और शौचालय गेट पर बैग रखकर शराब ले जाई जाती है. जब संवाददाता ने इस शराब की जानकारी जुटाने की कोशिश की तो वहां बैठी तीन महिला ने स्वीकारा. ये चौकाने वाली बात नहीं थी. इस शराब कांड में चौकाने वाली चीजे तब बाहर निकल कर आयी, जब रेल पुलिस अचानक मौके पर शराब से लदे ट्रेन में पहुंच गई. पुलिस को देखकर हमारे संवाददाता भी चौक गए आखिर अचानक रेल पुलिस ट्रेन में कहां से पहुंच गयी. आखिर पुलिस को चलती ट्रेन में तुरंत सूचना कैसे मिल गई. क्या रेल पुलिस की मिलीभगत से ये तस्करी हो रही थी?
बहरहाल, मौके का फायदा उठा कर शराब तस्करी करने महिला ट्रेन रुकते ही भागने में सफल रही, लेकिन एक सवाल आखिर ट्रेन में शराब की तस्करी करना क्या बिना रेल पुलिस की मिलीभगत से संभव हैं?
शराब तस्करी पर न्यूज़ स्टेट के सवाल
क्या ट्रेन बन रहा शराब तस्करी का आसान जरिया ?
क्या पुलिस-प्रशासन की मदद से हो रही है तस्करी?
क्या रेल पुलिस को थी शराब तस्करी की जानकारी?
शराब तस्करों पर क्यों नहीं लग रही है नकेल?
रिपोर्ट : प्रशांत झा
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Source : News State Bihar Jharkhand