मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल से चोरी करके रेबीज टीका बेचे जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे मामले में प्लानिंग हैदराबाद से की जाती थी. गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस ने हरियाणा पहुंचे ओटी सहायक को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, हरियाणा पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर ट्राजिट रिमांड पर ले लिया है. आपको बता दें कि यह इंजेक्शन थर्ड डिग्री बाइट होने पर दिया जाता है. आपको बता दें कि ओटी असिस्टेंट नीलेश ने सात महीने में करीब 3 हजार 500 वॉयल इंजेक्शन दूसरे राज्यों में सप्लाई कर चुका था. आपको यह भी बता दे कि उड़ीसा, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में फैले अपने रैकेट के सदस्यों को भेजता था.
हरियाणा से हुई पहली गिरफ्तारी
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मुजफ्फरपुर से ओडिशा के रास्ते हरियाणा में एंटी रेबीज वैक्सीन डोज भेजी जाती थी. निलेश कुमार पर आरोप है कि उसने उड़ीसा के एक दवा के सप्लायर अनिरुद्ध गौड़ा को एंटी रेबीज वैक्सीन डोज की बड़ी खेप को बेची थी. जिसके एवज में है उसे बड़ी रकम मिली थी. वहीं, इसके बाद उड़ीसा का सप्लायर अनिरुद्ध गौड़ा हरियाणा के एक शख्स प्रवीण कुमार को हरियाणा में सप्लाई कर रहा था.
ओटी असिस्टेंट निलेश कुमार को किया गिरफ्तार
इस पूरे मामले की भनक हरियाणा पुलिस को लगी तो हरियाणा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उड़ीसा में छापा मारकर आरोपी अनुरुद्ध गौरा को गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ की गई. पूछताछ में सारे मामला का पर्दाफाश हुआ. वहीं, इस मामले में कार्रवाई करते हुए हरियाणा पुलिस टीम ने देर रात मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल पहुंचकर आरोपी निलेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया, जहां उससे गहन पूछताछ की किया जा रही है. नीलेश कुमार ने अपनी भूमिका होने को स्वीकार किया है. हरियाणा पुलिस की टीम इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
HIGHLIGHTS
- एंटी रेबीज वैक्सीन के नाम पर बड़ा घोटाला!
- हरियाणा से गिरफ्तार किया गया स्वास्थ्य कर्मी
- ओटी असिस्टेंट निलेश कुमार को किया गिरफ्तार
- MR के साथ मिलकर करता था इंजेक्शन की तस्करी
Source : News State Bihar Jharkhand