बिहार के कटिहार जिला के क्वरंटाइन सेंटर (quarantine centre) से श्रमिकों के भागने के बाद शहर में खलबली मच गई है. कटिहार के ऋषि भवन में रविवार से ही प्रवासी मजदूरों को क्वरंटाइन कर रखा गया था. यहां का एक वीडियो (Video Viral) सामने आया है, जिसमें तेज आंधी बारिश में कई मज़दूर यहां से भागते दिखे. आनन-फानन में खबर मिलते ही जिला पदधिकारी समेत प्रशासनिक महकमा के साथ क्वरंटाइन सेंटर पहुंचकर मौके वारदात का जायजा लिया. जिसके बाद क्वरंटाइन सेंटर में तैनात पुलिसकर्मी और मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
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फरार श्रमिकों पर होगी सख्त कार्रवाई
कटिहार के एसडीएम नीरज कुमार ने बताया कि जब तेज बारिश शुरू हुई, तब उसका फायदा उठा मज़दूर भाग निकले. यहां 47 लोग रखे गए थे, जिसमें से मालदा के 5 लोगों के भगाने की आधिकारिक पुष्टी हुई है. फिलहाल इनकी खोजबीन जारी है. वहीं इस मामले में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि ताला तोड़ सुरक्षाकर्मियों को धक्का देकर श्रमिक भाग गए. असम और पश्चिम बंगाल से आए 20 प्रवासी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्हें पकड़ कर वापस सेंटर लाया जाएगा और महामारी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया जाएगा.
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श्रमिकों को घर में ना घुसने ना दें
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूर के घरवालों से यह अपील की है कि जो लोग भी 21 दिनों का क्वरंटाइन अवधि पूरा किए बगैर घर जाए, उन्हें घर में नहीं घुसने दें. क्योंकि यह प्रवासी मजदूर बगैर स्वस्थ हुए अगर घर पहुंचते हैं, तो यह समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा है. वहीं मुजफ्फरपुर में एक गांव की पंचायत के द्वारा डायन होने का आरोप लगाकर एक ही परिवार की तीन महिलाओं का बाल काट मैला खिलाने के मामले में डीजीपी ने कहा है कि कानून अपना काम कर रही है और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.