बिहार में तीन दिनों तक बंद रहेंगी दवा की दुकानें, जानें क्या है वजह

बिहार (Bihar) में रहते हैं तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी है. अगर आपके घर में कोई बीमार है या किसी का इलाज चल रहा है तो आपको काफी परेशानी का कारण बन सकता है.

author-image
Vikas Kumar
New Update
बिहार में तीन दिनों तक बंद रहेंगी दवा की दुकानें, जानें क्या है वजह

बिहार में तीन दिनों तक बंद रहेंगी दवा की दुकानें( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

बिहार (Bihar) में रहते हैं तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी है. अगर आपके घर में कोई बीमार है या किसी का इलाज चल रहा है तो आपको काफी परेशानी का कारण बन सकता है. पूरे बिहार में बुधवार 22 जनवरी 2020 से अगले तीन दिन तक दवा की कोई भी दवा की दुकान नहीं खुलेगी. मंगलवार को बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन (बीसीडीए) और स्वास्थ्य विभाग के बीच वार्ता का प्रयास विफल हो गई जिस वजह से बिहार की दवा की दुकानों को तीन दिवसीय बंद रखने का फैसला लिया गया है. संघ ने विभाग से पहले अपनी मांगों को मानने की घोषणा करने की बात कही. इस हड़ताल का असर आपातकालीन सेवाओं पर भी देखने को मिल सकता है.

दरअसल, दवा दुकानदार फार्मासिस्ट की नियुक्ति में छूट चाहते हैं. जबकि, सरकार ने हर दवा दुकान के लिए एक फार्मासिस्ट की नियुक्ति अनिवार्य कर दी है. इसे लेकर एसोसिएशन ने 22 से 24 जनवरी तक दवा दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है. राज्य में सात हजार फार्मासिस्ट हैं. जबकि, 40 हजार से अधिक दवा दुकानें हैं.

यह भी पढ़ें: पटना-भभुआ इंटरसिटी एक्सप्रेस में सामूहिक दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार

संघ के अध्यक्ष परसन कुमार सिन्हा ने कहा कि विभाग के पदाधिकारियों ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन संघ के सदस्यों ने सर्वसम्मति से वार्ता के लिए इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि कोई ऐसी मांग नहीं है, जिस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार नहीं किया जा सके. उन्होंने इस बंद से अस्पतालों की दवा दुकानों और इमरजेंसी दवाओं की आपूर्ति को फिलहाल मुक्त रखा गया है.

यह भी पढ़ें: जदयू के स्टार प्रचारकों की सूची से प्रशांत किशोर और पवन वर्मा आउट, नहीं करेंगे दिल्ली में प्रचार

संघ ने विभाग को चेतावनी दी कि अगर दवा दुकानदारों के साथ किसी प्रकार की जोर-जबरदस्ती की गई अथवा अनावश्यक दबाव बनाने का प्रयास किया गया तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है. संघ की प्रमुख मांगों में फार्मासिस्ट की समस्या के समाधान होने तक पूर्व की व्यवस्था लागू रहने देने, दवा दुकानदारों का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई पर रोक, दवा दुकानों की निरीक्षण में एकरूपता और पारदर्शिता रहने, विभागीय निरीक्षण के दौरान उत्पीड़न पर रोक आदि शामिल है.

Source : News Nation Bureau

Bihar News Bihar Bihar Medical Store Medical Stores Closed Medical Services
Advertisment
Advertisment
Advertisment