बिहार में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कई राज्यों से वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों ने चिंता और बढ़ा दी है. बिहार में तेजी से फैल रहे संक्रमण पर शनिवार को राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में होने वाली सर्वदलीय बैठक के बाद नीतीश कुमार सरकार संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए रविवार को कुछ कड़े कदम उठा सकती है. बिहार में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए 15 मई तक सभी प्रकार के खेल प्रशिक्षण, पुरातत्व व पर्यटन के स्थल और जिम आदि को बंद कर दिया गया है. कला संस्कृति विभाग ने शुक्रवार को इसको लेकर तीन अलग-अलग आदेश जारी किए हैं.
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शनिवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक में सरकार अपना पक्ष रखेगी और सभी राजनीतिक दलों से उनकी राय जानने के बाद रविवार को दोबारा से नीतीश कुमार कोविड-19 पर सभी जिलों के जिलाधिकारी और एसपी के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए कुछ कड़े कदम लेने की घोषणा की जाएगी. पिछले 24 घंटे में एक बार फिर से पुराने सभी रिकॉर्ड को तोड़ते हुए राज्य में एक ही दिन में 6253 नए मामले सामने आए हैं. पिछले 24 घंटों में राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 25 लोगों की संक्रमण से मौत भी हो गई है.
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लगाए गए ये प्रतिबंध
राज्य में कोरोना वायस के संक्रमण को रोकने एवं उससे बचाव के लिए लोकहित में सावधानी के तौर पर 15 मई तक राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित घोषित सभी स्मारक, पुरास्थल आमदर्शकों, आगंतुकों के परिभ्रमण हेतु बंद रखने का निर्णय लिया गया है. कला संस्कृति विभाग के छात्र एवं युवा कल्याण निदेशक डा. संजय सिन्हा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा. डा. सिन्हा ने विभागीय सचिव से अनुमोदन प्राप्त अपने दूसरे आदेश में कहा है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी संग्रहालय (म्यूजियम) तत्काल प्रभाव से आम दर्शकों व आगंतुकों के परिभ्रमण को लेकर बंद रखने का निर्णय लिया गया है.