बिहार चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. लेकिन बिहार के दो बड़े गठबंधन एनडीए और महागठबंधन में अभी भी सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है. एनडीए में जहां चिराग पासवान ने नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. वो बीजेपी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है. वहीं दूसरी तरह महागठबंधन से वीआईपी अलग हो चुकी है. महागबंधन में सीट का मसौदा बनते ही अब नेताओं को टिकट की चिंता सताने लगी है.
कुछ दिन पहले आरजेडी में शामिल हुए पूर्व सांसद रामा सिंह ने इसे लेकर तेजस्वी यादव से मुलाकात किए. मुलाकात के बाद रामा सिंह ने कहा कि एक-दो दिन में पार्टी का जो निर्णय होगा, वह हमें मानना होगा. हमारी कोई शर्त नहीं है. उन्होंने कहा कि हम पहले ही पार्टी में शामिल होने को लेकर सहमति दे चुके हैं.
इसे भी पढ़ें:प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी पर नोएडा पुलिस ने जताया खेद, जांच के आदेश
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल की लहर है. पार्टी और तेजस्वी यादव का जो निर्णय होगा वह मान्य होगा.
दरअसल रामा सिंह को लेकर ही मृत्यु से पहले रघुवंश प्रसाद सिंह काफी नाराज़ थे. रामा सिंह ने ही रघुवंश प्रसाद को चुनाव हराया था. बीते जून रामा सिंह आरजेडी में शामिल होना चाहते थे। लेकिन रघुवंश प्रसाद के विरोध की वजह से तेजस्वी ने उनके शामिल होने का कार्यक्रम टाल दिया था. लेकिन अब रामा सिंह का रास्ता साफ हो गया है.
और पढ़ें:बीजेपी में शामिल हुईं शूटर श्रेयसी सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की हैं बेटी
गौरतलब है कि बाहुबली नेता के तौर पर जाने जानेवाले रामा सिंह की वैशाली के महनार इलाके में तूती बोलती थी. रामा सिंह पांच बार विधायक रहे हैं और 2014 के मोदी लहर में लोजपा से वैशाली से सांसद रह चुके हैं.इसी चुनाव में उन्होंने आरजेडी के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को हराया था.
Source : News Nation Bureau