एमएलएसी रितलाल यादव रंगदारी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. रितलाल पर अप्रैल 2003 में बीजेपी नेता सत्य नारायण सिन्हा की हत्या का आरोप भी है. रितलाल ने 2010 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ा था और बीजेपी उम्मीदवार से हारकर दूसरे पायदान पर रहे थे. साल 2015 में लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के टिकट पर दानापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके रितलाल यादव अभी एमएलसी हैं. जेल में रहते हुए ही वो स्वतंत्र रूप से एमएलसी चुने गए थे.
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रितलाल यादव पर बीजेपी नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या का संगीन आरोप है. इसके अलावा रितलाल यादव के दूसरे अपराधों की फेहरिस्त काफी लंबी है जिस वजह से वो कई सालों से जेल में ही बंद हैं. हफ्ता वसूली, अवैध जमीन कब्जा और रंगदारी रीत लाल यादव का मुख्य पेशा है और इसी वजह से पूरे राज्य में उनके नाम का दहशत रहा है. रितलाल यादव पर जेल में रहकर ही इन सभी गोरखधंधे और गैरकानूनी कामों को अंजाम देने का आरोप भी लगता रहा है.
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हत्या, हत्या की धमकी, डकैती, और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे आपराधिक कृत्यों में नाम आने के बाद चार सितंबर 2010 से ही रितलाल यादव ज्यादातर समय जेल में बंद हैं. उन्हें इसी साल 25 जनवरी को सिर्फ 15 दिनों के लिए बेटी की शादी में पैरोल मिली थी. हालांकि शादी के बाद उन्हें 10 फरवरी को फिर से सरेंडर करना पड़ा. रित लाल यादव को आरजेडी ने एक बार फिर टिकट दिया है. वह दानापुर से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ बीजेपी की आशा देवी चुनाव लड़ रहीं हैं. यहां से लगातार चार बार जीत चुकी हैं.
Source : News Nation Bureau