बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी अपना सियासी रास्ता नहीं कर पा रहे हैं. आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन अब उनकी पार्टी और वह 3 सितंबर को एनडीए में शामिल होंगे. जीतन राम मांझी को महागठबंधन से अलग हुए करीब दो सप्ताह होने वाला है. इस बीच मांझी ने जेडीयू प्रमुख और सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की है, लेकिन अभी तक एनडीए में उनके शामिल होने की केवल अभी तक अटकले लगी. तस्वीर साफ नहीं हो सकी है. हालांकि, मांझी की पार्टी से ओर से दावा किया गया है कि 3 सितंबर बहुत कुछ सियसी तस्वीर साफ होगी.
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सूत्रों के मुताबिक विधान परिषद की एक सीट को लेकर बात चल रही है. बताया जा रहा है कि मांझी 9 विधानसभा और एक विधान परिषद की सीट चाहते हैं. जदयू विधानसभा की 9 सीट देने को तैयार है, लेकिन विधान परिषद की एक सीट को लेकर मामला अटका है. इस मामले पर बात बनते ही मांझी कल फिर से NDA का हिस्सा बनेंगे. सूत्रों से पता चला है कि जीतन राम मांझी खुद के लिए विधान परिषद की सीट मांग रहे हैं. पिछले दिनों मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. इसमें उन्होंने खुद के लिए विधान परिषद की एक सीट मांगी थी.
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माना जा रहा है कि इस बार वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. अगर उन्हें विधान परिषद की एक सीट नहीं मिली तो वह 12 विधानसभा की सीटें चाहते हैं. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार चाहते हैं कि मांझी चुनाव लड़ें. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि उनकी जीत की पूरी जिम्मेदारी जदयू पर है. यह अभी साफ नहीं हुआ है कि मांझी चुनाव लड़ेंगे या नहीं. इधर, जद यू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का NDA में स्वागत किया है.
Source : News Nation Bureau