बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज से हो गई है. सत्र शुरू होते ही इसे कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. सत्र के दौरान विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. हमास के समर्थन में पोस्टर के जरिए प्रदर्शन किया गया. वाम दलों ने प्रदर्शन करते हुए गाजा और फिलिस्तान में हमलों को बंद कराने की मांग की है. जहां एक तरफ लग रहा था कि आज किसी महत्वपूर्ण बिल पार बात होगी, लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण इसे तुरंत ही स्थगित कर दिया गया. आपको दें कि ये सत्र पांच दिनों तक चलने वाला है.
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन माले विधायकों मनोज मंज़िल ने गाज़ा और फ़िलिस्तीन का समर्थन किया है. वहीं, इज़राइल के खिलाफ नारे लगाए और कहा केंद्र सरकार इज़राइल का समर्थन ना करें. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से इज़राइल ज़बरन गाज़ा पट्टी और फ़िलिस्तीन की ज़मीनों को हड़प रहा है. वहां पर गोलीबारी हो रही है, कई अस्पतालों पर बमबारी हो रही है. इससे तुरंत रोके और युद्ध पर विराम लगाए.
तेजस्वी यादव ने भी बीजेपी पर किया पलटवार
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के लोग बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. यह लोग हर रोज एक ही बात करते हैं. लाखों लोगों को नौकरी दी गई. ऐतिहासिक कार्य हो रहा है. बीजेपी के लोग जो जातीय जनगणना पर सवाल उठा रहे हैं तो हमारे पास साइंटफिट डाटा है. उनके पास कौन सा आधार है वो तो वहीं जाने.
बिहार सरकार को घेरने की थी पूरी तैयारी
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने गांधी मैदान में मेगा इवेंट कर 1.20 लाख अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा था. जिसके बाद कई जगहों से शिक्षक बहाली में धांधली की खबरें सामने आई थी. पश्चिमी चंपारण और मुजफ्फरपुर में तो कई टीचरों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद भी उनकी ज्वाइनिंग पर रोक लगा दी गई. इसके अलावा जातीय गणना के मुद्दे भी सदन में गूंजने के आसार हैं, क्योंकि विपक्ष लगातार सरकार पर जातीय गणना में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है. खासकर कुछ खास जातियों की संख्या को लेकर सवाल उठाये जा रहे हैं तो कोई अपनी जाति को कम बताने पर नाराजगी दिखा रहा है.