बिहार में आसन्न विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) से पहले ही अलग-अलग समीकरण बनने-बिगड़ने लगे हैं. एक नए घटनाक्रम में जनता दल यूनाइटेड (JDU) को बड़ा झटका लगता दिख रहा है. बिहार सरकार के उद्योग मंत्री और पार्टी के दलित चेहरे श्याम रजक (Shyam Rajak) ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. जानकारी के मुताबिक श्याम रजक पिछले कई दिनों से पार्टी में अपनी अवहेलना से परेशान थे इस कारण उन्होंने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी छोड़ने का फैसला ले लिया है. खबर है कि वह सोमवार को दोपहर में राजभवन जाकर अपना इस्तीफा देंगे.
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राजद में होंगे शामिल
मिली जानकारी के मुताबिक श्याम रजक पार्टी छोड़ने के बाद फिर से अपने पुराने घर यानी राजद में शामिल होंगे. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि बाकी है. श्याम रजक सोमवार को 12 बजे विधानसभा अध्यक्ष के पास जाकर पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा देंगे. बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इसे जेडीयू के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है. श्याम रजक किसी जमाने में लालू के खास माने जाते थे. उनके साथ रामकृपाल यादव की जोड़ी लालू के राम-श्याम के रूप में प्रचलित थी. रजक लालू यादव के करीबी थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो बिहार की राबड़ी देवी सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री थे.
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नीतीश सरकार में भी रहे मंत्री
लालू-राबड़ी से मोह भंग करने के बाद श्याम 2009 में जेडीयू में शामिल हो गए थे वो 2010 में जेडीयू के कोटे से विधायक बने और मंत्री बने लेकिन जब रजक 2015 में महागठबंधन से विधायक बने थे तो उनको नीतीश सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया था. राजद का साथ छोड़ बीजेपी के साथ आने पर रजक को नीतीश कुमार ने फिर से मंत्री बनाया था. ऐसे में ये कयास फिर से लगाए जा रहे हैं कि श्याम रजक चुनाव से पहले एक बार फिर से अपने पुराने घर यानी राजद का रूख करेंगे.