बिहार के सारण जिले में गुरुवार को एक और पुल ढह गया. बीते दो दिनों में इस तरह की ये तीसरी घटना है. गंडकी नदी पर बने 15 साल पुराने इस पुल के ढहने से कोई हताहत नहीं हुआ है. ये घटना क्यों पेश आई, इसकी फिलहाल जांच की जा रही है. बता दें कि ये पुल सारण को पड़ोसी सीवान जिले से जोड़ता था. इसके जरिए करीबी गांवों के लोगों आवाजाही करते थे. पुल के गिरने के बाद, आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि, सारण में गंडक नदी पर बने तीन पुलों में से बमुश्किल एक किलोमीटर की दूरी पर बने दो पुल बुधवार को दो घंटे के भीतर ढह गए.. 2004 में निर्मित एक पुल, दोध नाथ मंदिर के पास था, वहीं दूसरा ब्रिटिशकालीन संरचना थी. जबकि तीसरा पुल, गंडकी पर बना 15 साल पुराना ढांचा था, जो गुरुवार को ढह गया.
बता दें कि, ये घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा तत्काल मरम्मत की आवश्यकता वाले पुलों की पहचान करने के लिए राज्य के सभी पुराने पुलों के सर्वेक्षण के आदेश के एक दिन बाद हुई है. मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग दोनों से पुल रखरखाव नीतियों में सुधार का आदेश दिया है.
मालूम हो कि, बीते कुछ वक्त से बिहार के सारण के अलावा सीवान, छपरा, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में पुल गिरने की खबरें आई हैं. जहां 27 जून से 30 जून के बीच किसनगंज में एक के बाद एक दो पुल ढह गए.
पुल गिरने की टाइमलाइन
- 18 जून- अररिया
- 22 जून- सीवान
- 23 जून- पूर्वी चंपारण
- 27 जून- किसनगंज
- 28 जून- मधुबनी
- 1 जुलाई- मुजफ्फरपुर
- 3 जुलाई- सीवान में 3, सारण में 2
- 4 जुलाई- सारण
Source : News Nation Bureau