बिहार विधानसभा में आज बिहार बजट 2023-24 पेश किया जा रहा है. वित्त मंत्री विजय चौधरी बजट पेश कर रहे हैं. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार संपूर्ण बजट पेश किया जा रहा है. बजट में वैसे तो लगभग सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है, लेकिन बीजेपी ने महागठबंधन सरकार की बजट को खामियों भरा बताया है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने महागठबंधन सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को केंद्र पर आश्रित बजट बताया है. सुशील मोदी ने कहा कि बिहार बजट यथास्थितिवादी और केंद्र पर आश्रित बजट है. योजना व्यय में कोई वृद्धि नहीं. पिछली बार और इस बार भी योजना व्यय 1 लाख करोड़ ही है. कृषि,ग्रामीण कार्य ,ग्रामीण विकास,पथ निर्माण सहित 9 महत्वपूर्ण विभागों में कोई वृद्धि नहीं. शिक्षा में 2 करोड़ मात्र वृद्धि , पूँजीगत परिव्यय यानी निर्माण कार्यों पर 2 वर्ष पूर्व की तुलना में 1546. 05 करोड़ की कमी. 2021-22 में 30,788 करोड़ था. इस बार 29,257 करोड़ है.
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सुशील मोदी ने आगे कहा कि राज्य का अपना राजस्व मात्र 56,211 करोड़. 1,56,115 करोड़ केंद्र से मिलेगा. केंद्रीय करों में हिस्से के रूप में 1,02,737 करोड़ और अनुदान के रूप में 53,377. 92. बिहार 49,326 करोड़ कर्ज लेगा. Public Debt & other liability कुल 2,57,510. 22 करोड़ है. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिहार बजट में 1,56,115 करोड़ की मदद के लिए नीतीशजी को PM को धन्यवाद देना चाहिए. Bihar Budget= केंद्रीय सहायता 60%, कर्ज 18.83%, अपना राजस्व 21.46 % है.
महिलाओं के लिए बजट में क्या?
- नारी शक्ति योजना के लिए 60 करोड़ का प्रावधान
- बालिका पोशाक के लिए 100 करोड़ का प्रावधान
- बालिका प्रोत्साहन योजना के लिए 200 करोड़
- बालिका साइकिल योजना के लिए 50 करोड़ का प्रावधान
- जीविका 10.45 लाख स्वयं सहायता समूह बने हैं
- 62 अस्पतालों में दीदी की रसोई का संचालन जीविका दीदी कर रही
- हर जिले में महिला थाने की स्थापना की जा रही है
- पुलिस बल में 35 फीसदी पद महिलाओं के लिए आरक्षित
- 1 करोड़ महिला को SHG से जोड़ा गया
किसानों के लिए बजट में क्या?
- कृषि क्षेत्र के विकास के लिए 2008 से कृषि रोड मैप लागू
- 5 सालों के लिए चतुर्थ कृषि रोड मैप बनाने का काम हो रहा
- पौधा संरक्षण अभियान को किसानों तक पहुंचाया जाएगा
- बागवानी फसलों को बढ़ावा देने किए फसल विविधकरण को बढ़ावा
- बंजर भूमि में लेमन ग्रास की खेती के लिए किसानों को आर्थिक सहायता
- जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए उत्पादों को बाजारों से जोड़ा जा रहा
- परंपरागत फसलों के अलावा कमर्शियल खेती पर जोर
- स्ट्रॉबेरी, शिमला मिर्च जैसे फसलों का उत्पादन जोरों से हो रहा
- 2.3 लाख फलों का पौधा किसानों में बाटा गया
- मखाना और मधु के सेक्टर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित होंगे
- मखाना और मधु की उत्पादकता बढ़ेगी
- राज्य में मिलेट फसलों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट मिशन की शुरूआत होगी
- दलहन और तिलहन फसलों के विकास पर फोकस होगा
- सरकार हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने को प्रतिबद्ध
- शुद्ध और साफ पानी के लिए कोशिशें जारी
- सिंचाई के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है
- 2008 से कृषि रोडमैप लागू किया गया है
- नदी जोड़ो योजना पर काम जारी
- सोलर लाइट के लिए 392 करोड़
- जैविक खेती के उत्पादों को बाजार दिया जा रहा है
- सीएम ग्रामीण आवास योजना के लाभुकों को 50 हजार
- पशुपालकों के लिए 525 करोड़
- वर्षा जल संजय के लिए काम जारी
HIGHLIGHTS
- सुशील मोदी ने बजट को लेकर बोला हमला
- बिहार बजट 2023 को बताया केंद्र आश्रित बजट
Source : News State Bihar Jharkhand