पटना साहिब का गुरूद्वारा करोड़ों सिख श्रृद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है. जिसका कारण है यह शिखों के आखिरी गुरू 'गोविंद सिंह जी महाराज' की जन्मस्थली है. गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की 352 वे प्रकाश उत्सव को लेकर पटना साहिब के गुरूद्वारे में अभी से देश विदेश से श्रृद्धालु पहुंच रहे हैं. 11 तारीख से 13 तारीख तक चलने वाले इस प्रकाश उत्सव को लेकर लोगों का उत्साह देखते बनता है.बीतें शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 352वें प्रकाश पर्व की तैयारियों का जायजा लेने के बाद संवाददाताओं से कहा, श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए 5000 क्षमता वाले टेंट सिटी का निर्माण कराया जा रहा है. लंगर व चिकित्सा की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है.
सीएम ने बताया कि पर्यटन सुविधा केन्द्र को संगतों की सुविधा के लिए तख्त श्री हरिमंदिर जी के हवाले किया जा रहा है. इस बीच पर्यटन से संबंधित प्रदर्शनी लगेगी. संगतों को ठहराने के लिए गुरुद्वारा व स्कूलों में भी व्यवस्था कराई जाएगी.
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सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 352 वें प्रकाश पर्व के दौरान आने-जाने का मार्ग, जर्जर तार समेत अन्य आवश्यक चीजों को ठीक कराया गया. आने वाले वर्षो में भी श्रद्धालुओं को राज्य सरकार सहयोग करती रहेगी. 2019 में कार्तिक पूर्णिमा पर सिख पंथ के प्रथम गुरु नानक देव का 352 वां प्रकाशोत्सव मनाया जाएगा. इस मौके पर सरकारी तौर पर सार्वजनिक छुट्टी का निर्णय लिया गया है. सीएम ने बताया कि सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव ने राजगीर में प्रवास किया था. गुरुनानक ने अपने प्रवास के दौरान गर्म कुंड को अपने यश से शीतल किया, जिसे गुरुनानक शीतल कुंड के नाम से जाना जाता है.
कंगन घाट से मुख्यमंत्री ने तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब पहुंचकर मत्था टेका. जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सह ने सिरोपा देकर उन्हें सम्मानित किया. मुख्यमंत्री ने तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में बन रहे दीवान हॉल का निरीक्षण कर व्याप्त खामियों को दूर करने का भी निर्देश दिया.
Source : News Nation Bureau