Bihar Political News: बिहार में एक तरफ जहां सियासी पारा चढ़ा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ बिहार में सभी पार्टियां एक दूसरे पर हमला बोलती नजर आ रही हैं. इन सबके बीच एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि अब किसी भी सूरत में इधर-उधर नहीं जाएंगे. बता दें कि नीतीश कुमार ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में नवनिर्मित क्षेत्रीय चक्षु संस्थान का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं और उनके सुधार के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की. नीतीश कुमार ने यह स्पष्ट किया कि वह अब किसी अन्य राजनीतिक गठबंधन के साथ नहीं जाएंगे और एनडीए के साथ ही बने रहेंगे. उन्होंने अपने पुराने सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा कि दो बार गलती हुई, लेकिन अब वे ''इधर-उधर'' नहीं होंगे.
स्वास्थ्य सेवाओं में होंगे सुधार
आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में 2005 की स्थिति को याद करते हुए कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में आई थी, तब राज्य के सरकारी अस्पतालों की हालत बेहद खराब थी. सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी थी, दवाओं की अनुपलब्धता और अन्य चिकित्सा सुविधाओं का भी अभाव था. उन्होंने बताया कि 2006 में सरकार ने अस्पतालों में मुफ्त दवाओं की योजना शुरू की, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव आया. पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में केवल 39 मरीज प्रतिमाह आते थे, लेकिन अब हर महीने 11,000 से अधिक मरीजों का इलाज हो रहा है.
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IGIMS में सुधार और विस्तार
वहीं आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने बताया कि IGIMS की स्थापना 1984 में हुई थी, लेकिन बीच में इसकी स्थिति खराब हो गई थी. 2005 में जब उनकी सरकार सत्ता में आई, तब इस संस्थान में कोई महत्वपूर्ण काम नहीं हो रहा था. इसके बाद, सरकार ने डॉक्टरों की बड़ी संख्या में नियुक्ति की और किडनी, हार्ट और कैंसर के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराईं. नीतीश कुमार ने बताया कि अब IGIMS में जांच और इलाज के लिए पैसे नहीं लगते हैं, बल्कि मुफ्त दवा और इलाज की व्यवस्था की गई है. अस्पताल में बेड की संख्या भी बढ़ाई गई है, जिससे मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
क्षेत्रीय चक्षु संस्थान का उद्घाटन और अन्य परियोजनाएं
साथ ही आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 188 करोड़ रुपये की लागत से बने क्षेत्रीय चक्षु संस्थान का उद्घाटन किया. इस संस्थान से आंखों के इलाज के क्षेत्र में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है. इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग की अन्य परियोजनाओं पर भी जोर दिया गया, जिनकी कुल लागत 850 करोड़ रुपये है. नीतीश कुमार ने बताया कि इन परियोजनाओं से राज्य के लोगों को और भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी.
राजनीतिक के इस दिशा से मिला बड़ा संदेश
आपको बता दें कि अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने दो बार गलती की और राजद के साथ गठबंधन किया, लेकिन अब वह कभी वापस नहीं जाएंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका रिश्ता 1995 से एनडीए के साथ है और अब वह किसी अन्य गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगे.