बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव की आहट आ रही है. खबरों के मुताबिक नीतीश कुमार बिहार की मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़कर राज्यसभा जा सकते है. इसके साथ ही यह भी खबर है कि उन्हें उप राष्ट्रपति भी बनाया जा सकता है. इसके साथ ही बिहार में नए मुख्यमंत्री की चर्चा तेज हो गई है. दरअसल, भाजपा बिहार विधानसभा में 77 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में भाजपा नेताओं की ओर से रह-रहकर मुख्यमंत्री के पद पर दावे की बातें सामने आती रही है. अब खबर है कि भाजपा नीतीश कुमार को राज्यसभा भेजकर बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाएगी. इसके साथ ही JDU के खाते से दो उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं. गौरतलब है कि इस वक्त जेडीयू के नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और भाजपा के दो उप मुख्यमंत्री है.
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इन नेताओं के नाम हैं चर्चा में
नीतीश कुमार के राज्यसभा भेजे जाने की खबर के बीच बिहार भाजपा के फायर ब्रांड नेता और विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार राज्यसभा जाना चाहते हैं तो भाजपा उनकी इच्छा को पूरा करेगी . सूत्रों के मुताबिक अगर नीतीश कुमार राज्यसभा जाते हैं तो भाजपा बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाएगी, जबकि JDU के दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं. इसके साथ ही यह भी खबर है कि बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा कोई दलित या OBC चेहरे की तलाश कर रही है. ऐसी संभावना है कि इन्हीं दोनों जातियों में से किसी जाति से भाजपा किसको मुख्यमंत्री बनाएगी. सूत्रों की मानें तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी ओबीसी चेहरा हैं. लिहाजा, बिहार के CM के तौर पर उनका नाम की चर्चा में है. वहीं, जनता दल यूनाइटेड के खाते से उपेंद्र कुशवाहा और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर सांसद ललन सिंह दो उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं.
भाजपा की स्थित पहले से हुई मजबूत
दरअसल, बिहार में कानून व्यवस्था और शराबबंदी के मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार का ग्राफ गिरता जा रहा है. इसे देखते हुए भाजपा इस मौके का फायदा उठाकर नीतीश कुमार को राष्ट्रीय राजनीति में भेजकर बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने की जुगत में लगी हुई है. ऐसे में अगर नीतीश कुमार बिहार की राजनीति छोड़कर दिल्ली आते हैं तो बिहार में भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाएगी, क्योंकि 2020 विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा 74 विधायकों के साथ सबसे बड़ी एनडीए में घटक दल थी और पिछले दिनों वीआईपी के 3 विधायकों के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद अब भाजपा की विधानसभा में संख्या बढ़कर 77 हो गई है. यानी भाजपा 2020 विधानसभा चुनाव के बाद और ज्यादा मजबूत हो गई है. इसके साथ ही लगातार भाजपा नेताओं की तरफ से भी इस तरीके के बयान आते रहते हैं कि अब बिहार में भाजपा का मुख्यमंत्री होना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- बिहार में अपना CM बना सकती है BJP
- JDU से बनाए जाएंगे दो डिप्टी CM