बिहार में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाहियों की कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग लगातार सब ठीक कर देने का दावा भी लगातार करता रहा है. लेकिन, स्थिति यह है कि लापरवाहियों का सिलसिला बदस्तूर जारी है. ताजा मामला जमुई सदर अस्पताल का है जहां कोरोना मरीज के इलाज के लिए जो 6 वेंटिलेटर पीएम केयर्स फंड से मिले थे, वे सभी रसोई घर (कैंटीन) में धूल फांक रहे हैं. इंस्टॉल किया हुआ वेंटिलेटर अभी अस्पताल के किसी कमरे में नहीं बल्कि रसोई घर में एक कोने में पड़ा हुआ है.
वही जब इस संबंध में सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके द्वारा वेंटिलेटर टेक्नीशियन के लिए बहाली निकाली थी लेकिन एक भी टेक्नीशियन इस बहाली में शामिल नहीं हुआ. जिस कारण यह वेंटिलेटर तकनीशियन के अभाव में यूं ही पड़ा है.हालांकि जानकारी देते हुए बताया कि इसके पहले वेंटीलेटर को असेंबल का रूम में रखा गया था. लेकिन उसे ऑक्सीजन को लेकर बैरिंग की जा रही है जिस कारण उसे फिलहाल सदर अस्पताल की कैंटीन में रखा गया.
Source : News Nation Bureau