बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण बच्चों की मरने की संख्या बढ़ती जा रही है. पिछले एक पखवाड़े में इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 93 हो गई है. वहीं, कई बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.
इंसेफेलाइटिस (Encephalitis) को चमकी, जापानी बुखार भी कहते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का रविवार यानी आज दौरा किया. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि रविवार को सात बच्चों की मौत हो गई, जिसके बाद एईएस के कारण मरने वाले बच्चों की कुल संख्या 81 हो गई है. शनिवार रात तक 73 बच्चों की मौत हो गई थी.
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स्वास्थ्य अधिकारियों के बयान के बाद कुछ और बच्चों की मौत की खबर आई. जिसकी वजह से संख्या 81 से बढ़कर 93 हो गई है.
हालांकि, बीमारी के कारण अनाधिकारिक रूप से 100 से अधिक की मौत होने की बात कही जा रही है क्योंकि कुछ बच्चों की मौत अस्पताल में भर्ती होने से पहले हो गई थी.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के साथ हर्षवर्धन ने राज्य के स्वामित्व वाले श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया.
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एक जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, 'मंत्री स्थिति का जायजा लेने के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक कर रहे हैं.'
इस बीच शहर में एसकेएमसीएच और निजी केजरीवाल अस्पताल में एईएस के लक्षणों के साथ नए मामलों का सामने आना जारी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को बेगूसराय जिले में दो और पूर्वी चंपारण जिले में तीन बच्चों की मौत हो गई.
HIGHLIGHTS
- बिहार में इंसेफेलाइटिस यानी चमकी बुखार का कहर जारी
- अबतक इस बीमारी ने 93 बच्चों की छिन ली जिंदगी
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मुजफ्फरपुर के अस्पताल का किया दौरा