एक तरफ बिहार के डीजीपी जहां उत्तर प्रदेश में कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करने वाले फरार गैंगस्टर विकास दुबे को बिहार सीमा में घुसने का चैलेंज दे रहे हैं तो वहीं बिहार के भागलपुर की घटना से मालूम चलता है कि वहां अपराधियों के हौंसले कितने बुलंद हैं. दरअसल भागलपुर जिले से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक पंचायत के दौरान दबंगों ने फरियादी की पंचों के सामने ही हत्या कर दी.
पंचों के सामने उतारा मौत के घाट
वारदात नवगछिया के खरीक थाना इलाके के सुंगठिया गांव में हुई. मंगलवार को यहां जमीन विवाद के एक मामले में पंचायत लगाई गई थी. इस पंचायत में फरियादी सुबोध मंडल (उम्र 50 साल) भी मौजूद थे. पंचायत चल ही रही थी कि दबंगों ने खंती और कुदाल से सुबोध मंडल पर हमला बोल दिया और मौके पर ही उसकी हत्या कर दी. घरवालों के मुताबिक दबंगों ने सरपंच की मौजूदगी में ही सुबोध मंडल पर हमला करके उनकी हत्या की. वारदात की खबर मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और एक टीम मौके पर पहुंची. फिलहाल केस की तफ्तीश चल रही है लेकिन आरोपी फरार हैं.
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बिहार डीजीपी ने विकास दुबे को दिया चैलेंज
बता दे उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे को बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने चैलेंज देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो बिहार में घुसकर दिखाएं. डीजीपी ने कहा कि अपराधी की कोई जाति नहीं होती.
बिहार डीजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर मैंने एक पोस्ट दिखा जिसमें विकास दुबे को एक जाति विशेष का हीरो बना कर दिखाया गया, ऐसे लोगों पर मुझे गुस्सा आता है. विकास दुबे ने कई ऐसे लोगों की हत्या की जो कि उसी की जाति के थे. डीजीपी ने आगे कहा कि यदि विकास दुबे बिहार की सीमा में घुस आया तब उसे अच्छी तरह पता चलेगा कि बिहार पुलिस और यहां की एसटीएफ क्या होती है.
Source : News Nation Bureau