बिहार चुनाव को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, और लोकतांत्रिक जनता दल सहित विपक्षी पार्टियों ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा हैं. इसमें ECI से अपील की गई है कि 2020 के बिहार चुनावों में जनता की भागीदारी को सुनिश्चित किया जाए.
पार्टियों ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण ने राज्य को बुरी तरह से प्रभावित किया है और मामलों की वास्तविक संख्या मौजूदा संख्या से कहीं अधिक हो सकती है. दलों ने सरकार पर सही संख्या में कोरोना की टेस्टिंग नहीं कराने का आरोप लगाया है.
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में दलों ने कहा, 'यह मान लेना चाहिए कि अभी भी कई ऐसे लोग संक्रमित हो सकते हैं, जिनमें लक्षण नहीं दिखाई दे रहे होंगे. वहीं, कई संक्रमित लोगों की टेस्टिंग नहीं हुई होगी. ऐसे में ये लोग एक जगह से दूसरी जगह आते-जाते हैं, जिससे कोरोना का प्रसार होने की आशंका है. आशंका जताई जा रही है कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार चुनाव के समय बिहार में कोरोना के लाखों मामले हो सकते हैं.'
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आशंका जताई जा रही है कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार चुनाव के समय बिहार में कोरोना के लाखों मामले हो सकते हैं. पत्र में कहा गया कि, बिहार की आबादी 13 करोड़ है जबकि 7 करोड़ मतदाता है. चुनाव के समय आयोग कैसे सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करवा पाएगा?
गौरतलब है कि भारत में पिछले तीन दिनों में नोवेल कोरोनावायरस (कोविड-19) के एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और इसके साथ ही देश में संक्रमितों का आंकड़ा करीब दस लाख तक पहुंचने के कगार पर है. शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है.
Source : News Nation Bureau