बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में तो सीटों का बंटवारा हो गया है, मगर असल चुनौती अब उनके सामने है. क्योंकि चुनाव में टिकट को लेकर नेता बगावत पर उतर आए हैं. राजग में शामिल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में आने वाले नेताओं को टिकट मिलने पर पार्टी के अंदर बवाल शुरू हो गया है. दूसरे दलों से आए नेताओं को पार्टी कार्यकर्ता पचा नहीं पा रहे हैं. जिसका नतीजा ये है कि वह खुद ही पार्टी छोड़ने लगे हैं.
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शेखपुरा के बरबीघा विधानसभा सीट से जदयू ने कांग्रेस से आए सुदर्शन कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया. इससे जदयू के कार्यकर्ता नाराज हो गए और एक साथ कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे डाला. कांग्रेस से आए नेता को टिकट मिलने पर शेखपुरा में जदयू से इस्तीफों की झड़ी लग गई. बरबीघा से जदयू के प्रभारी डॉ. राकेश रंजन के साथ विधानसभा के दो दर्जन पार्टी से जुड़े नेताओं ने इस्तीफा दे दिया, जिसमें कई प्रकोष्ठ के नेता भी शामिल हैं.
बागी नेता राकेश रंजन का कहना है कि सुदर्शन कुमार ने कांग्रेस में रहते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं की शुरुआत के दिनों में उपेक्षा की. पिछड़ा और अति पिछड़ी जाति वाले गांवों में विकास का काम नहीं कराया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से जदयू में आए विधायक को टिकट दिया जाना पार्टी कार्यकर्ताओं का अपमान है. वहीं इन इस्तीफों पर जदयू के जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें राकेश रंजन के इस्तीफे की सूचना से मिली है.
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उल्लेखनीय है कि बिहार चुनाव को लेकर मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की घोषणा कर दी गई. नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि राजग में शामिल भाजपा के हिस्से में 121 सीटें, जबकि जदयू के हिस्से में 122 सीटें आई हैं. बता दें कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीटें), तीन नवंबर (94 सीटें) और सात नवंबर (78 सीटें) को मतदान होना है. मतगणना 10 नवंबर को होगी.