बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Elections 2020) के नतीजे मंगलवार को आने हैं लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों से महागठबंधन खेमे में जश्न की तैयारी शुरू हो गई है. चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने चुनाव को अपना आखिरी चुनाव बताया था. ऐसे में उनके भविष्य को लेकर राजनीति शुरु हो गई है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का एक बयान आया जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार के केंद्र में जाने की बात कही है. आखिर उनके इस बयान के क्या मायने हैं. उन्होंने एकाएक इस तरह का बयान नहीं दिया.
यह भी पढ़ेंः तेजस्वी CM या Exit Polls होंगे गलत ?
केंद्र की राजनीति में आने का दिया ऑफर
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बन रह है. उन्होंने कहा कि चुने हुए नेताओं में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि नीतीश कुमार ने विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा है. अश्विनी चौबे ने कहा कि अगर नीतीश कुमार किसी और से जिम्मेदारी सौंपते हैं तो ऐसे हालात बन सकते हैं.
यह भी पढ़ेंः NGT का आदेश, आज रात से देश के प्रदूषित शहरों में पटाखों पर पूरी तरह बैन
बयान की वजह कहीं ये तो नहीं
दरअसल 2014 में नरेन्द्र मोदी को एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाया गया था जब नीतीश कुमार ने इसका विरोध किया था. दूसरी तरफ बिहार बीजेपी के नेता अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह और रामेश्वर चौरसिया ने खुलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपोर्ट किया था. नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इन नेताओं की नीतीश कुमार से कई बार आमना सामना भी हुआ. अब अश्विनी चौबे के बयान को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
Source : News Nation Bureau