नेपाल में भारी बारिश ने मचाई तबाही, पलायन को मजबूर मुजफ्फरपुर के लोग

Muzaffarpur Flood News: बाढ़ का पानी मुजफ्फरपुर तक पहुंच गया है. इस वजह से लोग डर के साये में जी रहे हैं. इससे वहां रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

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Ritu Sharma
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Bihar Flood News

बिहार में बाढ़( Photo Credit : Newsstate Bihar Jharkhand)

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Bihar Flood News: नेपाल और तराई क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश ने मुजफ्फरपुर की नदियों गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती के जल स्तर में तेजी से वृद्धि की है. इस स्थिति ने बाढ़ के खतरे को बढ़ा दिया है, जिससे शहरी क्षेत्रों के निचले इलाकों में दहशत का माहौल बन गया है. बूढ़ी गंडक नदी का जल स्तर खतरनाक रूप से बढ़ने के साथ ही निचले हिस्सों के लोग ऊंचे स्थानों पर पलायन करने की तैयारी में हैं.

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बढ़ते जलस्तर के साथ बाढ़ का खतरा

मुजफ्फरपुर जिले के भीतर बहने वाली नदियों में जल स्तर की निरंतर वृद्धि ने बाढ़ के खतरे को वास्तविक बना दिया है. गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियों में पानी का स्तर बढ़ने के कारण आस-पास के निवासियों पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ रहा है. बारिश के जारी रहने से स्थिति और भी विकट हो गई है, जिससे नदी के किनारे रहने वाले लोग बाढ़ के खतरे के प्रति चिंतित हैं. इसके परिणामस्वरूप, कई लोग पहले से ही सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने की योजना बना रहे हैं.

शहरी क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त

वहीं बाढ़ के खतरों के चलते शहरी क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो रहा है. आश्रम घाट, सीढ़ी घाट और उसके आस-पास के क्षेत्रों में जल स्तर में वृद्धि के साथ लोग पलायन की तैयारी में हैं. स्थानीय लोग जुगाड़ नाव का सहारा ले रहे हैं और जिला प्रशासन से उचित नावों की व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं.

महिलाओं और बच्चों की स्थिति

आपको बता दें कि स्थानीय महिला चिंकी देवी ने बताया कि बाढ़ के कारण वे और उनके परिवार के सदस्य दहशत में जी रहे हैं. बाढ़ के कारण सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले जीवों का खतरा भी बना हुआ है. बच्चों की शिक्षा भी बुरी तरह प्रभावित हुई है और स्कूल बंद होने के कारण बच्चे घर पर रहने को मजबूर हैं.

प्रशासन की प्रतिक्रिया और आवश्यक कदम

वहीं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन को तुरंत नावों की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंच सकें। प्रशासन को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को तैनात करना चाहिए।

आपदा प्रबंधन और तैयारियां

इसके अलावा आपको बता दें कि बाढ़ जैसी आपदाओं के लिए पहले से तैयारियों की कमी से स्पष्ट होता है कि आपदा प्रबंधन योजनाओं में सुधार की आवश्यकता है. स्थानीय प्रशासन को बाढ़ से पहले ही सुरक्षित स्थानों की पहचान करनी चाहिए और वहां पर जरूरी संसाधनों की व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही, लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाना चाहिए ताकि वे समय पर सही निर्णय ले सकें.

HIGHLIGHTS

  • नेपाल में भारी बारिश ने मचाई तबाही
  • पलायन को मजबूर मुजफ्फरपुर के लोग
  • बढ़ते जलस्तर के साथ बाढ़ का खतरा

Source : News State Bihar Jharkhand

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