बिहार के कई हिस्से इन दिनों बाढ़ की मार झेल रहे हैं. इसी के चलते भागलपुर के बिहपुर प्रखंड की हरियो पंचायत के कहारपुर में कोसी के कटाव का कहर देखने को मिला. गुरुवार की सुबह तीन कमरों वाला उत्क्रमित हाइ स्कूल का नया भवन नदी में समा गया. स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक श्यामनंदन सिंह ने बताया कि इसकी जानकारी विभाग के वरीय पदाधिकारी को दी गयी है.
डर से रात को जाग रहे लोग
ग्रामीण सनातन सिंह, राममिलन सिंह, सन्नी सिंह व देवांशु सिंह ने बताया कि यहां के लोग अपने घरों को तोड़कर जरूरी सामान बचाने में जुटे हुए हैं. कटाव के डर से लोग रात में जाग रहे हैं. गांव के एक टोले से नवटोलिया महादलित टोले से संपर्क भंग हो गया है. इन दोनों टोलों के बीच नदी बह रही है. इस टोले में भी बाढ़ का पानी घुस जाने से कई कच्चा मकान गिर गये हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले गोविंदपुर में मध्य विद्यालय का भवन भी कटाव की भेंट चढ़ चुका है.
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वहीं मधेपुरा जिले की सीमा से सटे आहुति गांव में बाढ़ आ जाने से जन जीवन बेहाल हो गया है. यहां के लोग कोसी का ही दूषित पानी पीने को विवश हैं. सीओ बलिराम प्रसाद ने बताया कि कहारपुर, गोविंदपुर व आहुति के लिए सरकारी नाव उपलब्ध करा दी गयी है.
कदवा में कभी भी टूट सकता है बांध, बाढ़ का खतरा
ढोलबज्जा के कदवा दियारा पंचायत में भूतनाथ स्थान के समीप कोसी बांध को बचाने के लिए 10 दिन पहले कराये गये कटाव निरोधी कार्य के बाद भी इसके टूटने का खतरा बरकरार है. ठाकुर जी कचहरी टोला से सटे इस बांध पर कोसी का पानी चढ़ गया है, जिससे तेजी से बांध का कटाव हो रहा है. 10 दिन पहले ही वार्ड सदस्य पुलिस सिंह ने यहां मिट्टी भरी बोरियां डलवा कर मरम्मत का काम कराया था.
ग्रामीणों का कहना है कि यदि शुक्रवार तक बचाव कार्य नहीं कराया गया तो बांध टूट जायेगा. बांध टूटने पर कदवा दियारा पंचायत के आधा दर्जन गांवों में बाढ़ आ जायेगी. वहीं पंचायत के मुखिया का कहना है कि बचाव कार्य के लिए मिट्टी नहीं मिल रही है. मिट्टी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा.
Source : News Nation Bureau