Bihar Flood Update: बिहार में बाढ़ का कहर मचा हुआ है. लोग घर की छतों पर, राहत कैंप तो कोई बाढ़ के पानी से जिंदगी की जंग लड़ रहा है. नेपाल में लगातार हो रही बारिश ने बिहारवासियों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी है. प्रदेश के कई जिले बाढ़ में डूब चुके हैं तो वहीं कई जिले अभी बाढ़ की चपेट में हैं. लोग सरकार से लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं. बिहार में इस कदर कहर बरपा है कि लाखों लोग बेघर हो चुके हैं. सालों बाद बिहार में इस तरह का जलप्रलय देखने को मिल रहा है.
बिहार में बाढ़ से हाहाकार
प्रशासन लगातार नदी किनारे बसे लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है. एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है. इस बीच पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी पर पानी के अत्यधिक दबाव की वजह से तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया है और पानी वाल्मीकी टाइगर रिजर्व और आस-पास के इलाके में घुस गया है.
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तटबंध के टूटने से बढ़ी मुसीबत
इसके अलावा रविवार को सीतामढ़ी जिले के मधकौल गांव में बागमती नदी के तटबंध में भी दरार आ चुकी है. इसके अलावा शिवहर में बागमती नदी पर बना तटबंध भी टूटने के कगार पर है. इन बांधों ने समस्या को और बढ़ा दिया है. वहीं, शिवहर के तरियानी छपरा में बागमती नदी पर बना तटबंध टूट चुका है. जिसकी वजह से आस-पास के इलाकों में पानी घुस गया है. पूरा बिहार पानी में डूबने की कगार पर है.
बाढ़ की चपेट में 13 जिले
प्रदेश की 10 से ज्यादा नदियां उफान पर है तो वहीं उत्तरी बिहार बाढ़ की मार झेल रहा है. अब तक प्रदेश के 13 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. इसमें मोतिहारी, दरभंगा, सीतामढ़ी, सिवान, मधेपुरा, पूर्णिया, सुपौल, गोपालगंज, सिवान, अररिया, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, किशनगंज में बाढ़ का तांडव देखा जा रहा है.
बाढ़ की स्थिति पर सरकार की नजर
नेपाल से आई बाढ़ पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 'आज बिहार में बाढ़ की स्थिति पर एनडीआरएफ अधिकारियों के साथ पटना में समीक्षा बैठक की। सरकार बाढ़ पर निगरानी रखे हुये है तथा बचाव कार्य सरकार की प्राथमिकता में है। माननीय प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi जी बिहार की बाढ़ की स्थिति की लगातार जानकारी ले रहे हैं.'