भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज निर्माणाधीन पुल के तीन पिलर फिर से गिर गए. जिससे लगभग 100 मीटर तक पुल हिस्सा ढह गया. गंगा के ऊपर बनता हुआ एक ही पुल, 1 साल में दो बार बह गया. अब इसको लेकर बिहार में बवाल मचा हुआ है. मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करने लगा है. वहीं, इस मामले पर अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. परबत्ता विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा है कि इस पुल की क्वालिटी को लेकर विधानसभा में भी उन्होंने सवाल उठाए थे.
'कार्रवाई हुई होती तो पुल नहीं गिरता'
वहीं, इस मामले पर अब बिहार सरकार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन का बयान भी सामने आ गया है. नितिन नवीन का कहना है कि अगर पिछले साल की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई हुई होती तो आज यह पुल धराशाई ना होता. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर नितिन नवीन ने आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव सिर्फ राजनीतिक तीर्थाटन करते हैं, डिपार्टमेंट का ख्याल नहीं रखते हैं, जिसकी वजह से ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
जेडीयू का पलटवार
वहीं, इस मामले पर एमएलसी नीरज कुमार का कहना है कि मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बीजेपी के आरोपों पर जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि नितिन नवीन सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन नितिन नवीन भी पथ निर्माण मंत्री थे और जब उनके मंत्रित्व काल में पहले भी यह पुल धराशाई हुआ था तो उस रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की थी.
- कार्रवाई हुई होती तो आज यह पुल धराशाई ना होता - नितिन नवीन
- तेजस्वी यादव सिर्फ राजनीतिक तीर्थाटन करते हैं - नितिन नवीन
- नितिन नवीन भी पथ निर्माण मंत्री थे तब कार्रवाई क्यों नहीं की - नीरज कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand