जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गया जिले के बुनियादगंज थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय किशोरी की नृशंस तरीके से हुई हत्या मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी विफलता छिपाने के लिए इसे 'ऑनर किलिंग' का नाम दे रही है. उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए अदालत में जनहित याचिका दायर करने की भी घोषणा की.
सांसद सोमवार को गया के पटवाटोली पहुंचकर मृतका के परिजनों से मुलाकात की और आर्थिक मदद दी. शोकाकुल परिजनों से मुलाकात के बाद सांसद ने कहा कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं रह गया है. अपराध चरम है. उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगी.
उन्होंने कहा कि अगर सात दिनों के अंदर मृतका के परिजनों को इंसाफ नहीं मिला तो पूरी मजबूती के साथ जन अधिकार पार्टी 'गया बंद' करेगी और इसके बाद भी इंसाफ नहीं मिला तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जाएगी.
उन्होंने बिना किसी का नाम लिए, महागठंबधन के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, 'पूर्व मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से आते हैं. उन्हें भी महागठबंधन में 'हाय तौबा' करने से फुर्सत नहीं है, उन्हें इस पीड़ित परिवार से मिलने का समय नहीं मिलता है.' उनका इशारा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर था.
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सांसद ने प्रशासन पर इस मामले को 'डायवर्ट' करने का आरोप लगाया और कहा कि अपनी जान बचाने के लिए पुलिस ने इसे 'ऑनर किलिंग' का रंग दिया है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इस घटना में आखिर जब पूरा शहर सड़क पर उतरा और मामला राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा, तब जाकर प्रशासन को 'ऑनर किलिंग' का मामला नजर आया. पहले वे कहां थे.
उल्लेखनीय है कि गया के पटवाटोली की 16 वर्षीय किशोरी 28 दिसंबर से लापता थी. 6 जनवरी को उसका शव बरामद किया गया. किशोरी की क्रूरतम तरीके से हत्या के बाद उसके शव को फेंक दिया गया था.
Source : IANS