बिहार के स्वास्थ्य मंत्री पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (IGIMS) के मेरिटल डिक्लरेशन फॉर्म पर विवादित बयान देकर फंस गए।
इस फॉर्म में बैचलर/विडोअर और वर्जिन तीन ऑप्शन दिए हुए थे। इस संबंध में जब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से गुरुवार को पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'वर्जिन का केवल मतलब कुंवारा है और इसे फॉर्म में लिखने में ऐसा कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।'
इसके बाद इस मामले के तूल पकड़ने के बाद IGIMS के फॉर्म में बदलाव कर दिया गया है और 'वर्जिन' शब्द को हटा दिया गया है।
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उन्होंने कहा, 'वर्जिन शब्द जो यहां इस्तेमाल हुआ है उसका मतलब कुंवारी लड़की है। मुझे नहीं लगता इसमें कुछ भी आपत्तिजनक है। लेकिन फिर भी इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। मैनें आईजीआईएमएस के अधिकारियों से बात की है। उन्होंने कहा है कि यह एम्स का फॉर्मेट है और 1983 से देश की हर संस्था में इस्तेमाल किया जा रहा है।'
पांडे ने बताया कि 34 सालों से इसी प्रकार डिक्लेरेशन फॉर्म भरा जा रहा है। इससे पहले ऐसी ख़बरें आईं थी कि IGIMS ने कर्मचारियों को उनकी वर्जेनिटी और पत्नियों की संख्या डिक्लेरेशन फॉर्म में भरने की बात कही थी।
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इससे पहले दिन में मेडिकल कॉलेज के सुपरीटेंडेंट मनीष मंडल ने साफ किया था कि 'वर्जिन शब्द का वर्जेनिटी से कुछ लेना देना नहीं है, यह सिर्फ मेरिटल स्टेटस है।'
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Source : News Nation Bureau