डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव लगातार बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने की बात कहते हैं. कई पदों पर बहाली भी निकली गई ताकि इसे और भी बेहतर किया जा सके, लेकिन इसकी असल सच्चाई कुछ और ही है. जो आये दिन सामने आते रहती है. ताजा मामला सुपौल से है. जहां परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की गलती के कारण एक बच्चे की मौत हो गई है. बच्चे को एक मामूली चोट आई थी, जिसके इलाज के लिए वो निजी क्लिनिक में गए थे, लेकिन झोला छाप डॉक्टर ने बच्चे को दो इंजेक्शन दिया. जिससे उसकी मौत हो गई.
बच्चे को आई थी मामूली चोट
घटना सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत लतौना दक्षिण पंचायत के कसहा की है. जहां एक झोला छाप डॉक्टर द्वारा दो इंजेक्शन लगाने के बाद एक साल के मासूम बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. मृतक के परिजन झोला छाप डॉक्टर डॉ मुसन राम पर गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगा रहे हैं. मृतक के परिजनों का ने बताया कि प्रमोद कुमार का एक वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार को चोट लगी थी. जिसके बाद हम उसे एक डॉक्टर मुसन राम के पास इलाज कराने ले गए. जहां डॉ मूसन राम ने बच्चे को दो इंजेक्शन लगाया. जिसके बाद बच्चे की तबियत बिगड़ने लग गई.
अस्पताल पहुंचने के पहले ही हो गई थी मौत
बच्चे की हालत खराब होते देख परिजन द्वारा जब तक तक बच्चे को अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज लाया गया, तब तक उसकी मौत हो गई थी. अनुमंडलीय अस्पताल में मौजूद डॉ. बीएन पासवान ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर बच्चे की मौत हो गई थी. वहीं, घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है. परिजन झोला छाप डॉक्टर मूसन राम पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगा रहे हैं.
रिपोर्ट - केशव कुमार
- डॉक्टर की गलती के कारण बच्चे की हो गई मौत
- बच्चे को आई थी मामूली चोट
- डॉक्टर ने बच्चे को लगाया दो गलत इंजेक्शन
- अस्पताल पहुंचने के पहले ही हो गई थी मौत
Source : News State Bihar Jharkhand