बिहार में जहरीली शराब ने फिर से कहर मचा दिया है. सीवान में जहरीली शराब पीने की वजह से गुरुवार को 20 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा, छपरा में कई लोगों की मौत हुई है. छपरा एसपी कुमार आशीष ने बताया कि मामले की जांच चल रही है. हमने स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम का गठन किया है. अब तक मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने स्थानीय चौकीदार और पंचायत बीट के पुलिस अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया है. मशरक थाना अधिकारी और मशरक अंचल एएलटीएफ से जवाब तलब किया गया है.
एसपी बोले- जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया
एसपी आशीष ने बताया कि सारण जिले में भी जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई है. हमने एसआईटी का गठन किया है. हम तीन लोगों को पहले ही अरेस्ट कर चुके हैं. आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. जिला मजिस्ट्रेट मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि मद्य निषेध एएसआई और भगवानपुर थाने के एसएचओ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो रही है.
जहरीली शराब के कारण 44 लोगों की हालत गंभीर
जानकारी के अनुसार, 44 लोगों की हालत गंभीर है. सीवान में पांच और सारण में दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. सीवान अस्पताल में 34 और छपरा में एक व्यक्ति भर्ती है. सारण के कुछ गंभीर घायलों को पटना के पीएमसीएच भेजा गया है. सीवान में 17 लोगों का पोस्टमॉर्टम किया गया है. वहीं, कुछ मृतकों के परिजनों ने चुपचाप उनका अंतिम संस्कार कर दिया है.
क्या बोले रिश्तेदार
एक मृतक के रिश्तेदार का कहना है कि 15 अक्टूबर को शराब पीने के बाद से उसके परिजन की तबीयत खराब हुई थी. रिश्तेदार ने आगे बताया कि 15 अक्टूबर को ही उसने शराब पी थी. इसके बाद कल शाम से उसकी तबीयत खराब होने लगी थी. उसे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था. हम लोग डर गए. हम उन्हें लेकर सीधा अस्पताल आए.
विपक्ष ने बोला हमला
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने नीतिश कुमार सरकार पर हमला बोला. तिवारी ने कहा कि जहरीली शराब पीने से लोगों की जान जा रही है. यह दुखद है. शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी जहरीली शराब बिक रही है. हर बार होली-दिवाली के वक्त जहरीली शराब लोगों की जान लेती है. सवाल है कि जब प्रदेश में शराबबंदी है तो शराब कैसे खुले आम बिक रही है.