बिहार के गया से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां गया पुलिस की खतरनाक करतूत ने सबको हैरान कर दिया है. बता दें कि गया के चाकंद थाने के रसलपुर में हुई चोरी की घटना में पुलिस चोर को नहीं पकड़ सकी तो अपार्टमेंट के मुंशी को थाने बुलाया गया. इसके बाद उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि मुंशी पवन कुमार गंभीर हो गये. मुंशी को इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक, रसलपुर स्थित तेज टावर अपार्टमेंट के मुंशी को चाकंद थाना प्रभारी मोहन कुमार ने 21 अक्टूबर को हुई चोरी की घटना के संबंध में पूछताछ के लिए शनिवार को बुलाया था.
आपको बता दें कि पुलिस को घटना को अंजाम देने वाले चोरों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला था, इसलिए चाकन थाना अध्यक्ष ने अपार्टमेंट के क्लर्क को बुलाया और क्लर्क से उसका नाम और पता पूछा और उससे अपराध कबूल करने की कोशिश की. चोरी की, लेकिन जब उसने मना किया तो उसे डंडों से पीटना शुरू कर दिया. बता दें कि इतनी पिटाई के कारण उनके पैर, कमर और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं, अब उन्हें इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बड़ी बात यह है कि चाकंद थाना प्रभारी ने उक्त मुंशी को तब छोड़ा जब उनके पास एसएसपी का फोन आया. वहीं मुंशी के परिजनों व तेज टावर के मालिक विकास कुमार द्वारा थाने में पिटाई किये जाने की सूचना एसएचपी को दी गयी. उन्होंने तुरंत चाकन थानाध्यक्ष को फोन किया और जानकारी ली तो पता चला कि उन्हें चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
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वहीं जब एसएसपी ने मारपीट की घटना के बारे में जानकारी लेनी चाही तो थाना प्रभारी ने इनकार कर दिया. इसके बाद एसएसपी आशीष भारती ने थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि अगर मुंशी दोषी है तो उसे जेल भेज दें और अगर दोषी नहीं है तो छोड़ दें. अगर उनके खिलाफ एक भी सबूत है तो कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन बिना सबूत के सबको लाठियों से पीटने वाले थानाध्यक्ष के पास कोई सबूत नहीं था और आखिरकार उन्हें अपार्टमेंट के क्लर्क को छोड़ना पड़ा, जब क्लर्क मुक्त होकर बाहर आया तो उसकी हालत देखकर सभी दंग रह गए.
आपको बता दें कि इस घटना के बाद अब उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. मालूम हो कि 21 अक्टूबर को सुनीता देवी व कुछ अन्य लोगों के फ्लैट में चोरी की घटना हुई थी. सभी लोग अपना फ्लैट छोड़ कर कहीं चले गये थे. उसे बंद देखकर चोरों ने धावा बोलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस चोरी की घटना के संबंध में कोई सुराग नहीं जुटा पा रही थी, इसलिए वह मुंशी को बलि का बकरा बनाना चाहती थी. हालांकि तेज टावर के मालिक विकास कुमार की तत्परता से निर्दोष मुंशी तो थाने से छूट गया, लेकिन थाना प्रभारी ने एक तरह से उसकी हत्या कर दी. अब इस मामले को लेकर विकास कुमार ने गया एसएसपी से थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
HIGHLIGHTS
- गया पुलिस का ये कारनामा देख आप भी रह जाएंगे हैरान
- चोर नहीं मिला तो अपार्टमेंट के मुंशी को पकड़ा
- गंभीर रूप से घायल करने के बाद छोड़ा
Source : News State Bihar Jharkhand