बिहार के किशनगंज में सातवीं कक्षा (वर्ग) के अर्धवार्षिक परीक्षा में अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में पूछे गए एक सवाल को लेकर भाजपा ने सरकार पर निशाना साधा है. यह मामला किशनगंज का है, जहां कश्मीर को अलग देश बताते हुए एक प्रश्न पूछा गया. उसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. प्रश्न पत्र के सामने आने के बाद भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जदयू और राजद के गठबंधन को पीएफआई का समर्थक बता दिया.
भाजपा के अध्यक्ष ने अपने फेसबुक पर प्रश्नपत्र की प्रति पोस्ट करते हुए इससे संबंधित एक पोस्ट मंगलवार को की, हालांकि रात में उस पोस्ट को हटा दिया.
बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जायसवाल ने एक बार फिर प्रश्नपत्र की कॉपी पोस्ट करते हुए सरकार पर निशाना साधा है.
उन्होंने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा, फेसबुक ने मेरे एक पोस्ट को भारत सरकार के नियमों के विरुद्ध माना और मैंने उस पोस्ट को हटा दिया. लेकिन बिहार सरकार अभी भी चुप है.
उन्होंने आगे कहा कि दूसरे देशों में रहने वालों को क्या कहा जाता है, भारत में रहने वालों को क्या कहा जाता है और कश्मीर में रहने वालों को क्या कहा जाता है, यह प्रश्न अपने आप में बताता है कि बिहार सरकार के अफसर मानते हैं कि नेपाल, इंग्लैंड, चीन और भारत की तरह कश्मीर भी एक अलग देश है.
उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार की मानसिकता आज शरजील इमाम वाली बन गई है. प्रधानमंत्री बनने के चाहत में वह इतने बेचैन हैं कि सातवीं कक्षा के बच्चों को देश विरोधी प्रश्नों के द्वारा बरगलाने का काम कर रहे हैं .
उन्होंने आगे लिखा कि शीघ्र ही इस तरह के प्रश्न बिहार सरकार 2047 के पीएफआई एजेंडे पर भी पूछेगी और फिर इनके अफसर कहेंगे कि इस तरह की बातों को तूल देने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने अपने पोस्ट के अंत में कहा है कि यह प्रश्न केवल अररिया, पूर्णिया और किशनगंज मे पूछा जाता है. मैं बिहार के आम नागरिकों के निर्णय के लिए छोड़ता हूं कि बिहार सरकार किस दिशा में जा रही है आप स्वयं तय करें.
Source : IANS