झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की उचित देखभाल नहीं होने की शिकायत पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिये कि जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ने के बदले समस्या के निदान पर जोर दें. दरअसल, 60 वर्षीय शत्रुघ्न साव की सड़क दुघर्टना में बाएं पैर के जांघ की हड्डी टूट गई थी. हादसे के बाद उन्हें सदर अस्पताल कोडरमा में इलाज हेतु भर्ती किया गया था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन उनके बेहतर इलाज को प्राथमिकता न देकर उनके परिजनों की प्रतीक्षा करता रहा. इस घटना पर सोरेन ने नाराजगी प्रकट करते हुए राज्य के सभी अस्पतालों में मरीजों का इलाज संवेदनशीलता के साथ करने के निर्देश दिए.
Source : News Nation Bureau