बिहार में पुलिस बिल को लेकर तांडव मचा है. बीते दिन इस मुद्दे पर सड़क से सदन तक सियासी बवाल देखने को मिला. विधानसभा में मंगलवार को जो भी हुआ, उससे राज्य शर्मसार है और हर कोई इसकी निंदा कर रहा है. इस मसले पर विपक्ष राज्य की नीतीश सरकार पर हमलावर है. इस बीच राहुल गांधी ने बिहार विधानसभा में हुए घटना को लोकतंत्र का चीरहरण करार दिया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरह आरएसएस और बीजेपी मय हो चुके हैं.
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कांग्रेस के सांसद और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए नीतीश पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, बिहार विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह आरएसएस और बीजेपी मय हो चुके हैं. लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है. विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज उठाता रहेगा- हम नहीं डरते.'
#बिहार विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह RSS/BJP-मय हो चुके हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 24, 2021
लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है।
विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगा- हम नहीं डरते!
बिल पर मचा था हंगामा, हाथापाई तक पहुंचा
दरअसल, बिहार विधानसभा में मंगलवार को विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 पास किया गया. लेकिन विपक्षी दल के सदस्यों ने इस विधेयक के विरोध में जमकर हंगामा किया. सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले ही इस विधेयक के विरोध में सदन के बाहर विपक्षी सदस्यों ने इस कानून को काला कानून बताते हुए विधयेक के विरोध में नारे लगाए. फिर सदन की कार्यवाही जब प्रारंभ हुई तो राजद, भाकपा माले और कांग्रेस के सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे. इस दौरान विधानसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी.
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12 बजे जब कार्यवाही प्रारंभ हुई तब भी विपक्ष के सदस्य फिर हंगामा करने लगे. इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने विधेयक की कॉपी फाड़ दी. इसके बाद एकबार फिर सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. भोजनावकाश के बाद जब सदन की कार्यवाही प्रारंभ की गई तो विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव भी सदन में पहुंच गए. उन्होंने इस विधेयक को काला कानून बताते हुए कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है. इस बीच सदन में विपक्ष के सदस्यों ने एकबार फिर हंगामा शुरू कर दिया था. जिसके बाद विरोध सदन में देखते ही देखते बवाल बढ़ गया.
विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में हाथापाई होने लग गई और फिर सुरक्षाकर्मियों ने विपक्षी विधायकों को बाहर निकालना शुरू किया. इस दौरान सुरक्षाबलों और विपक्षी दलों के विधायकों के बीच हाथापाई हुई. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने विधायकों पर हाथ उठाए. महिला विधायकों और अन्य लोगों को जबरन उठाकर सदन के बाहर ले जाया गया, जिसके वीडियो भी सामने आए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी ये आरोप लगा रहे हैं.
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नीतीश कुमार पर बरसे तेजस्वी यादव
विपक्षी विधायकों की पिटाई से राजद नेता तेजस्वी यादव भड़क उठे. तेजस्वी कई वीडियो शेयर करते हुए नीतीश सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'लोकलाज त्याग चुके लज्जाहीन नीतीश कुमार के आदेश पर हमारी क्रांतिकारी माननीय महिला विधायकों को ब्लाउज़ से पकड़ कर खींचा गया. उनकी साड़ी खुली, धक्का दिया गया, बता नहीं सकने वाली बदसलूकी की गयी लेकिन बीजेपी के चरणों में अपमान का आनंद ले रहे CM को शर्म नहीं आती.'
इस मुद्दे पर नीतीश कुमार ने दिया ये बयान
हालांकि विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए मंगलवार की घटना की निंदा की. सीएम नीतीश ने कहा, 'मैंने विधानसभा में ऐसी गतिविधियां कभी नहीं देखीं. उन्हें (विपक्षी विधायकों को) बहस में भाग लेना चाहिए था. हमने उनके हर सवाल (बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 के बारे में) का जवाब दिया होगा.' वहीं बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने कहा कि मंगलवार की घटना निंदनीय है. विधानसभा के सभी सदस्यों को संविधान का सम्मान करना चाहिए. यह एक गंभीर मुद्दा है.
HIGHLIGHTS
- बिहार विधानसभा में पुलिस बिल पर बवाल
- राहुल गांधी ने बताया लोकतंत्र का चीरहरण
- बोले- नीतीश कुमार RSS-BJP मय हुए