बिहार (Bihar) विधानमंडल के शीतकालीन सत्र (Winter Session) का आज पहला दिन है और शीतकालीन सत्र का पहला ही दिन अशांत रहा. दरअसल जेएनयू फीस वृद्धि (JNU Fee Hike Case) मामले को लेकर बिहार में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पोस्टर दिखाए.
इन पर्चों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (Vice-CM Sushil Modi) के नाम भी लिखे गए थे. एक पोस्टर पर लिखा था- 'सुशील मोदी शर्म करो. JNU को बदनाम करना बंद करो' जबकि दूसरे पर लिखा था 'JNU छात्र पर लाठी चार्ज, कौन है इसका जिम्मेदार- भारत सरकार, भारत सरकार'.
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22 नवंबर से 28 नवंबर तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र में पांच बैठकें निर्धारित की गई हैं. पटना में जलजमाव (Water logging) की भयावह होने के बाद यह पहला सत्र है, ऐसे में विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं. इसके साथ ही बिहार में दिन ब दिन बिगड़ रही कानून-व्यवस्था (Law and Order) के मुद्दे पर भी विपक्ष सरकार को घेरेगा.
सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में राज्यपाल द्वारा जारी अध्यादेशों की प्रमाणिक प्रतियां सदन पटल पर रखी जाएंगी. इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2019-20 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी (Second supplementary expense statement) प्रस्तुत की जाएगी. शोक प्रकट करने के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हो जाएगी.
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बता दें कि जेएनयू के फीस वृद्धि विवाद को लेकर काफी बवाल हो रहा है और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे. हालांकि छात्रों ने भले ही अपना आंदोलन खत्म कर दिया हो लेकिन विपक्षी दल अब भी इस मामले में सरकार को घेरने में पीछे नहीं हैं.
HIGHLIGHTS
- बिहार में विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन हुआ हंगामा.
- विपक्ष ने जेएनयू मामले को लेकर सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन.
- 22 से 28 नवंबर तक ही चलना है बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र.