Waqf Board Amendment Bill 2024: आज, 08 अगस्त को दोपहर 12:05 के आसपास लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल प्रस्तुत किया जाएगा. केंद्र सरकार वक्फ एक्ट 2013 में लगभग 40 संशोधनों के साथ नया वक्फ संशोधन विधेयक 2024 संसद में प्रस्तुत करने जा रही है. हालांकि, इन संशोधनों का विस्तार से विवरण अभी तक सामने नहीं आया है. बावजूद इसके, विपक्ष के नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है.
आरजेडी सांसद मीसा भारती की प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि आरजेडी सांसद मीसा भारती ने इस बिल पर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी इस बिल का विरोध करेगी. उन्होंने कहा, ''हमारा स्टैंड इस पर साफ है। हम इसका विरोध करेंगे. बिल में क्या-क्या चीजें शामिल हैं और सरकार जो कह रही है, उसमें वो सब शामिल हैं या नहीं, यह हम सदन पटल पर आने के बाद ही देखेंगे.''
मीसा भारती ने सरकार पर बेरोजगारी और महंगाई जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''हम कह रहे थे कि सरकार को बेरोजगारी और महंगाई की चिंता करनी चाहिए, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है और इस तरह के बिल लाए जा रहे हैं.''
#WATCH केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन के लिए विधेयक पेश किए जाने पर RJD सांसद मीसा भारती ने कहा, "मुझे लगता है कि INDIA गठबंधन के जितने भी दल हैं वो सब इसका विरोध करेंगे और RJD भी इसका विरोध करेगी। सरकार के दूसरे कई अहम मुद्दे हैं उस पर कोई बात नहीं हो रही है।… pic.twitter.com/h87DXfWS0l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 8, 2024
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अल्पसंख्यकों और महिलाओं की स्थिति पर चिंता
वहीं मीसा भारती ने सरकार की कथनी और करनी में अंतर की बात कही. उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर सवाल उठाया और कहा कि सरकार की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है. उन्होंने मणिपुर की स्थिति का उदाहरण देते हुए कहा, ''प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर कुछ नहीं कहा, जबकि वहां महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया है.''
महिलाओं के प्रतिनिधित्व पर सवाल
साथ ही वक्फ संशोधन बिल में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के मुद्दे पर मीसा भारती ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ''महिलाओं के प्रतिनिधित्व की बात हो रही है, लेकिन मणिपुर का उदाहरण हमारे सामने है. प्रधानमंत्री ने इसके ऊपर कुछ भी नहीं कहा. महिलाओं के साथ वहां किस तरह का दुर्व्यवहार किया गया है, यह हम सभी ने देखा है.''
बिल का विरोध और सदन में चर्चा
इसके अलावा आपको बता दें कि मीसा भारती ने अंत में कहा कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क होता है. ''देखते हैं कि सरकार जो कह रही है, वह बिल में सचमुच है या नहीं. सदन में आता है तो देखते हैं.''