बिहार के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बुधवार को कहा कि कोरोना से उत्पन्न चुनौतियों के मुकाबले के लिए भाजपा के सभी विधायक और विधान पार्षद एक-एक महीने के वेतन तथा मंत्री एक-एक लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे. उपमुख्यमंत्री ने सरकारी आवास स्थित कार्यालय से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के साथ भाजपा (BJP) के सभी विधायकों व विधान पार्षदों को ऑडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में यह सुनिश्चित करें कि खाद्य सामग्री, साग-सब्जी, दवा, दूघ आदि की किल्लत नहीं हो तथा कोई इन्हें जमाखोरी कर अधिक कीमत पर नहीं बेचें.
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उन्होंने कहा, 'कोरोना से उत्पन्न चुनौतियों के मुकाबले के लिए भाजपा के सभी विधायक व विधान पार्षद एक-एक महीने के वेतन व मंत्रीगण एक-एक लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे.' मोदी ने सभी सदस्यों को प्रतिदिन कम से कम 100 लोगों से मोबाइल फोन से बातें कर फीडबैक लेने, कोरोनावायरस से बचने की सावधानियां बताने और आम लोगों से जुड़ी परेशानियों से अधिकारियों को अवगत करा उसे दूर करने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि विधायक आमलोगों को समझाएं कि खाद्य सामग्री, साग-सब्जी, दवा आदि की कोई किल्लत नहीं है, इसलिए भयभीत होकर अनावश्यक खरीदारी नहीं करें. लॉकडाउन में आवश्यक सामग्रियों की सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
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मोदी ने विधायकों से यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अन्य राज्यों व देश के बाहर से ग्रामीण क्षेत्रों में आए लोग अपने घरों में अलग-थलग रहें या मुखिया से सम्पर्क कर उन्हें पंचायत भवन या स्कूल में अलग रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
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