बिहार के मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह के घर से प्रतिबंधित एके-47 राइफल और दो ग्रेनेड बरामद होने के बाद पटना के बाढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. एक ओर जहां पुलिस पूरे मामले में फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहती है, वहीं विधायक ने इसे बदले की भावना और षड्यंत्र करार दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि विधायक अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां में स्थित आवास में छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक एके-47 राइफल, जिंदा कारतूस और दो ग्रेनेड बरामद किए थे.
इसके बाद बाढ़ थाना कांड संख्या 389/19 के तहत भादवि की धारा 414, 120 बी, 25 (1-ए), 25(1 एए), 25(1-बी), आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, एवं 13 यूएपीए एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. बाढ़ की सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने शनिवार को आईएएनस को बताया कि इसकी सूचना कई अन्य जांच एजेंसियों को दी गई है.
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आगे की कार्रवाई के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अदालत में साक्ष्य के आधार पर विधायक की गिरफ्तारी का वारंट हासिल करने का प्रयास किया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि 'छोटे सरकार' कहे जाने वाले विधायक अनंत को पुलिस कभी भी गिरफ्तार कर सकती है.
इस दौरान अनंत सिंह ने शनिवार को एक बार फिर सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पिछले 14 साल से वह नदवां स्थित घर नहीं आए हैं. हथियार फेंक कर ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे उसे वहां रखा गया था. उन्होंने कहा, "खुद को निर्दोष साबित करने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो राजनाथ सिंह, अमित शाह से भी गुहार लगाऊंगा." अनंत सिंह ने पुलिस के साथ ही मुंगेर के सांसद ललन सिंह पर षड्यंत्र के तहत फंसाने का आरोप लगाया.
गैरतलब है कि अनंत सिंह के पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नजदीकी संबंध थे. वह जद (यू) के विधायक भी रह चुके हैं. 2015 विधानसभा चुनाव से पहले वह जद (यू) से अलग हो गए थे. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह मुंगेर संसदीय क्षेत्र से ललन सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी थीं, परंतु उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
Source : आईएनएस