बिहार के सुपौल से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां निर्मली शहर से सटे जरौली ढाला के पास निर्माणाधीन पुल के पास डायवर्सन ध्वस्त हो गया है. साथ ही वहां के लोग निजी नावों के सहारे यात्रा कर रहे हैं. इसके लिए लोगों को पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी है. बता दें कि, ज्यादातर लोगों ने इस रास्ते से आवाजाही बंद कर दी है, लोगों को 5 से 7 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर निर्मली शहर पहुंचना पड़ रहा है, जिसके चलते अब लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
एक जुलाई को ध्वस्त हुआ था डायवर्सन
साथ ही आपको बता दें कि प्रशासनिक स्तर पर अब तक डायवर्सन को दुरुस्त नहीं किया गया है और न ही यहां सरकारी नाव या चचरी पुल की व्यवस्था की गयी है, जिससे लोगों में काफी आक्रोश है. इस मामले को लेकर लोगों ने बताया कि लोग निजी नाव के सहारे 5 रुपये देकर यात्रा कर रहे हैं. साथ ही पिछले महीने 1 जुलाई को डायवर्सन ध्वस्त हो गया था, जिसके बाद 27 जुलाई को प्रशासन ने डायवर्सन की मरम्मत कराई थी, लेकिन नेपाल में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसलिए खड़ग नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है और नदी का पानी डायवर्सन के ऊपर से बह रहा है. बता दें कि जरौली गांव के रोशन झा ने कहा कि लगातार बारिश के कारण नदियों में उफान है, जिला प्रशासन से जल्द से जल्द पुल निर्माण कराने की मांग है.
HIGHLIGHTS
- एक माह में दूसरी बार ध्वस्त हुआ डायवर्सन
- सुपौल में 7 किमी की तय करनी पड़ रही अतिरिक्त दूरी
- नाव के लिए देने पड़ते पैसे
Source : News State Bihar Jharkhand