हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार ने गंगा जल पर जीएसटी लगाकर लोगों को बड़ा झटका दिया था. मोदी सरकार के इस फैसले का अब विपक्षी पार्टी कांग्रेस द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है. बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस ने बीजेपी की हिंदू राजनीति पर हमला बोलते हुए बीजेपी को नकली राम भक्त बताया था. साथ ही केंद्र सरकार के जीएसटी लगाने के फैसले पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि, ''क्या भक्तों को पूजा नहीं करनी चाहिए?''
आपको बता दें कि गंगा जल पर एससीटी लगाने के फैसले के बाद अब डाकघर से मिलने वाले गंगा जल पर 18 फीसदी जीएसटी लगा दिया गया है. वहीं लोगों को अब 30 रुपये में मिलने वाली 250 मिलीलीटर की बोतल के लिए 35 रुपये चुकाने होंगे। केंद्र सरकार की गंगाजल आपके द्वार योजना 2016 में शुरू की गई थी. बता दें कि, इसका उद्देश्य लोगों को आसानी से गंगाजल उपलब्ध कराना और डाकघरों की आय को बढ़ाना था. प्रारंभ में, ऋषिकेश और गंगोत्री से आने वाले 200 और 500 मिलीलीटर गंगा जल की कीमत क्रमशः 28 और 38 रुपये थी.
इस नए फैसले को लेकर छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार को घेरा है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि, ''अब गंगाजल पर भी GST! क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है. मोदी सरकार ने 4 दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी (GST) लगाने का निर्णय किया है, जिससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले और गौमाता की रक्षा के नाम पर आतंक फैलाने वालों का चेहरा बेनकाब हो गया है. मोदी जी को जनभावनाओं का सम्मान करते हुए गंगाजल पर जीएसटी लगाने का फैसला तुरंत वापस लेना चाहिए.''
इसके साथ ही आपको बता दें कि ऑनलाइन गंगा जल ऑर्डर करने पर एक बोतल की कीमत 125 रुपये होगी. अगर आप भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट से गंगाजल खरीदते हैं तो स्पीड पोस्ट चार्ज के साथ गंगोत्री गंगाजल की 250 एमएल की एक बोतल 125 रुपये, दो बोतल 210 रुपये और चार बोतल 345 रुपये में मिलेगी, जिसको आर्डर करने पर डाकिये घर तक पहुंचाएंगे.
HIGHLIGHTS
- मोदी सरकार का बड़ा फैसला
- अब गंगाजल पर भी देना होगा GST
- फैसले पर कांग्रेस ने उठाये सवाल
Source : News State Bihar Jharkhand