बिहार के जमुई से एक ऐसी कोनन के जमुई के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सातवीं कक्षा पास कर चुके अब छात्र हाईस्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ेंगे. स्कूल और टीचर से बिछड़ने का दर्द उनकी आंखों से साफ झलक रहा था. बच्चों के रोने और रोने का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में सभी छात्र-छात्राएं जोर-जोर से रोते हुए नजर आ रहे हैं, वहीं शिक्षक बच्चों को समझा-बुझाकर शांत कर रहे हैं. शिक्षक ने बच्चों से कहा कि कभी डांटा-पीटा हो तो माफ कर देना. कक्षा सातवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर आठवीं कक्षा में जाने वाले छात्र आठवीं कक्षा तक हाईस्कूल में पढ़ेंगे. स्कूल न जाने की पीड़ा और शिक्षक रंजीत कुमार से बिछड़ने के कारण छात्र कक्षा कक्ष में ही रोने लगे. मामला सिकंदरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोनन का है. शिक्षक रंजीत कुमार छात्रों को समझाते हुए कहते हैं कि मन लगाकर आगे पढ़ना है, लेकिन बच्चे मानने को तैयार नहीं हैं. रोते हुए छात्र कह रहे हैं कि सर हम आपके बिना कैसे पढ़ पाएंगे.
शिक्षक ने सभी बच्चों को दी गिफ्ट
आपको बता दें कि शिक्षक रंजीत कुमार बच्चों से कह रहे हैं कि आगे की पढ़ाई और भविष्य बेहतर करना है, जब भी पढ़ाई में दिक्कत आती है हम आपके साथ हैं. जब भी कोई दिक्क्त होगी हम मदद के लिए तैयार रहेंगे. शिक्षक रंजीत कुमार ने सभी बच्चों को पेन और डायरी भी दी. उन्होंने बच्चों से कहा कि इस डायरी में हर अच्छी बात को लिखें और उसका पालन करें. उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षक रंजीत कुमार का बच्चों को पढ़ाने का तरीका अलग है, वे अपने छात्रों को खेल और गीत-संगीत के माध्यम से बहुत आसानी से पढ़ाते हैं. यही वजह है कि बच्चे उनको खूब पसंद करते हैं. उनके अच्छे स्वभाव और मृदुभाषी स्वभाव के कारण बच्चे उनसे दूर नहीं जाना चाहते हैं.
Source : News State Bihar Jharkhand