बिहार के समस्तीपुर नगर निगम कार्यालय पर अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर पार्षद धरने पर बैठ गए हैं. पार्षदों ने कार्यालय पर ताला लगाकर नगर आयुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नगरसेवकों के इस धरने के कारण निगम कार्यालय में कामकाज बाधित है. साथ ही अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे पार्षदों ने इसको लेकर कहा कि नगर आयुक्त के द्वारा पार्षदों को किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी जाती है. फिर नगर निगम क्षेत्र में चार एनजीओ के माध्यम से सफाई का काम किया जा रहा है, लेकिन किस वार्ड में कितने सफाईकर्मी काम करते हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इतना ही नहीं जिलों की सफाई को लेकर एनजीओ को दिए गए काम में भी काफी वित्तीय अनियमितता की गई है. बता दें कि निगम क्षेत्र में नल जल योजना की स्थिति बेहद खराब है, लेकिन लाख शिकायत के बावजूद नगर आयुक्त मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
बता दें कि इसको लेकर भड़के पार्षदों ने कार्यालय में तालाबंदी कर नगर निगम आयुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पार्षदों ने अपनी मांगों को बुलंद किया, लेकिन इस धरने के वजह से निगम कार्यालय में कामकाज खूब बाधित हुई. वहीं अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे पार्षदों ने कहा कि नगर आयुक्त द्वारा पार्षदों को कोई सूचना नहीं दी जाती है. सब कार्य खुद के मर्ज़ी से होता है.
ये है पूरा मामला
साथ ही आपको बता दें कि नगर निगम क्षेत्र में फिलहाल चार एनजीओ के माध्यम से सफाई का काम किया जा रहा है, लेकिन किस वार्ड में कितने सफाईकर्मी काम करते हैं, इसकी अब तक उन्हें कोई जानकारी नहीं है ? इतना ही नहीं सफाई को लेकर एनजीओ को दिए गए काम में भी काफी वित्तीय अनियमितता की गई है. समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र में नल-जल योजना की स्थिति बेहद खराब है, लेकिन शिकायत के बावजूद नगर आयुक्त मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
Source : News State Bihar Jharkhand