बिहार के भागलपुर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. बता दें कि अगर आप भागलपुर शहर की सड़कों पर गाड़ी चलाते हैं तो अब सावधान हो जाइए. अब अगर आप ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते हैं, तो आपके मोबाइल पर ऑनलाइन चालान भेजा जाएगा और पांच सेकेंड के अंदर ऑटोमैटिक ई-चालान जेनरेट हो जाएगा. अब शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को एनआईसी से जोड़ा गया है.
आपको बता दें कि सोमवार को दोपहर 3 बजे से ई-चालान का ट्रायल भी शुरू हो गया. परिवहन विभाग से मंजूरी मिलते ही कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को एनआईसी से जोड़ दिया गया है. वहीं अब शहर के सभी चौराहों पर कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से ही निगरानी की जा रही है. चौराहों पर लगे कैमरे वहां से गुजरने वाले वाहनों पर तेजी से नजर रख रहे हैं.
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आपको बता दें कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन के नंबर को ट्रैक कर तुरंत कंट्रोल रूम को भेजा जा रहा है. ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन का ऑनलाइन चालान पांच सेकेंड में तैयार हो रहा है. वहीं परिवहन विभाग के एनआईसी से जुड़ते ही वाहन मालिकों की पूरी जानकारी केंद्र को मिल रही है। फिलहाल टेक्निकल टीम इस बात की जांच कर रही है कि गाड़ी किसी और की है और चालान किसी और के नाम से बनाया जा रहा है. साथ ही सिस्टम पूरी तरह से अपडेट होने के बाद दिवाली तक कभी भी चालान सिस्टम शुरू किया जा सकता है.
अब कैमरे की नजर से बचना होगा मुश्किल
आपको बता दें कि ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने के बाद लोगों का बच कर निकलना मुश्किल होगा, क्योंकि चालान आपके घर और मोबाइल पर पहुंच जाएगा. बता दें कि लाल बत्ती की अनदेखी करने, जेब्रा क्रॉसिंग जंप करने, नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने, वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न होने, चार पहिया वाहन के चालक और सवार द्वारा सीट बेल्ट न पहनने, बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले ऑनलाइन चालान के दायरे में आएंगे. वहीं पुलिस को कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की सुविधाओं और नियंत्रण की बारीकियों को समझने की ट्रेनिंग भी दी गई है. सेंटर में 90 ऑपरेटर तीन शिफ्ट में काम करेंगे.
इसके साथ ही शहर में 16 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम पूरा हो चुका है. 1974 सीसीटीवी कैमरों में से अब तक 1844 कैमरे लगाए जा चुके हैं. वहीं 10 स्थानों पर आपातकालीन कॉल बॉक्स स्थापित किए गए हैं और 10 डिस्प्ले स्क्रीन लगाए गए हैं.
पांच तरह के लगाए गए स्मार्ट कैमरे
शहर में पांच तरह के करीब एक हजार कैमरे लगाए जाएंगे, जिनमें से दो तरह के कैमरे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन, तीसरा कैमरा रेड लाइट वॉयलेशन और चौथा कैमरा स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरा होगा. वहीं, अपराध पर नियंत्रण के लिए कई जगहों पर फेस रिकग्निशन कैमरे लगाए जाएंगे. यह कैमरे की नजर से गुजरते अपराधी के चेहरे को स्कैन कर कंट्रोल रूम को भेज देगा, जिसके बाद पुलिस तुरंत अपराधी को गिरफ्तार कर लेगी.
सफाई में लापरवाही पड़ेगी भारी
आपको बता दें कि कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के पूरी तरह चालू हो जाने के बाद नगर निगम की भी परेशानी बढ़ जायेगी. नियमित कूड़ा उठान निगम की जिम्मेदारी है. वहीं, अगर नगर निगम समय पर कूड़ा डंपिंग स्थल या कूड़ेदान से कूड़ा नहीं उठाता है तो कैमरा कूड़े की तस्वीर कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को भेज देगा. तस्वीर के आधार पर चालान जनरेट होगा और वह निगम कार्यालय पहुंच जाएगा. साथ ही अगर कोई होटल संचालक या आम नागरिक सड़क पर कूड़ा फेंकता है तो उसे भी जुर्माना देना होगा. कूड़ा फेंकने वाले व्यक्ति की तस्वीर कैमरा कैद कर कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को भेज देगा. वहीं फोटो के आधार पर संबंधित व्यक्ति की पहचान कर उससे जुर्माना वसूला जाएगा.
HIGHLIGHTS
- बिहार में वाहन चालक अब हो जाएं सावधान
- ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों का कटेगा ऑनलाइन चालान
- बाहर निकलने से पहले पढ़लें ट्रैफिक नियम
Source : News State Bihar Jharkhand