बिहार के वाल्मिकीनगर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां वीटीआर वन प्रमंडल 2 के वाल्मिकीनगर रेंज जंगल कैंप में पर्यटकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वन विभाग द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पहाड़ों को काटकर करीब 500 फीट नीचे से पानी निकालने का काम किया जा रहा है, अब तक 400 फीट बोरिंग हो चुकी है. बता दें कि, बोरिंग कराने वाले टेक्नीशियन ने बताया कि फिलहाल पानी के साथ रेत मिक्स आ रही है, इसे धीरे-धीरे साफ किया जा रहा है. वन विभाग की ओर से राजस्थान से बोरिंग मशीन मंगाई गई है.
आपको बता दें कि वाल्मिकी टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटकों को सबसे पहले वन विभाग द्वारा बनाया गया जंगल कैंप और गेस्ट हाउस पसंद आता है. दरअसल इस जगह से जंगल और पहाड़ के साथ-साथ गंडक नदी का भी बहुत अच्छा नजारा दिखता है. इसलिए आने वाले पर्यटकों के लिए यह पहली पसंद है. इसके साथ ही टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों की भीड़ इको पार्क, कौलेश्वर झूला, पाथवे तक पहुंचती है. ऐसे में आने वाले पर्यटकों को पानी की भारी कमी से गुजरना पड़ता है क्योंकि इस जगह पर पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. यह वाल्मिकी नगर का तीन नंबर पहाड़ है. ऐसे में पर्यटकों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वन विभाग पहल कर रहा है. साथ ही बोरिंग के लिए निर्देश दिया गया था.
इसके साथ ही आपको बता दें कि, रेंजर अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि वन विभाग के बड़े अधिकारियों के आदेश पर पर्यटकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बोरिंग करने का निर्देश प्राप्त हुआ था, इस पर अमल करते हुए वन विभाग की ओर से बोरिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके साथ ही जल्द ही पर्यटकों को 500 फीट से अधिक गहराई का पानी भी उपलब्ध हो सकेगा.
HIGHLIGHTS
- वाल्मिकीनगर में पानी के लिए तबाही
- VTR में पेयजल के लिए हो रही पहल
- 500 फीट नीचे से शुद्ध पानी निकालने की चल रही प्रक्रिया
Source : News State Bihar Jharkhand