शेखपुरा में अवैध खनन के खिलाफ अब जनता ने मोर्चा खोल दिया है. प्रखंड के चांदी पहाड़ी में अवैध खनन और स्टोन कंपनी की मनमानी के खिलाफ आम जनता सड़कों पर उतर चुकी है. क्योंकि यहां कंपनी ना सिर्फ खनन कर रही है बल्कि पर्यावरण को प्रदूषित करने के साथ ही लोगों के लिए जल संकट को भी न्यौता दे रही है. अवैध खनन ने लोगों को आंदोलन की राह चुनने पर मजबूर कर दिया है. स्टोन कंपनी की मनमानी और प्रशासन की चुप्पी ने लोगों को प्रदर्शन के लिए मजबूर कर दिया है.
चांदी पहाड़ी में अवैध खुदाई
शेखपुरा सदर के अरियरी में चांदी पहाड़ी में स्टोन कंपनी ने अवैध खुदाई शुरू की, तो गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. कंपनी पर 200 फीट की खुदाई करने का आरोप लगा है, जिससे पेयजल का संकट गहराने का खतरा मंडराने लगा है. आरोप है कि स्टोन कंपनियों की ओर से 40 से 50 फीट की अवैध खुदाई की जा रही है. गांव वालों के मुताबिक विरोध करने पर कंपनियों की तरफ से उन्हें धमकी देकर भगा दिया जाता है. स्थानीय नेताओं, अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन ना तो जन प्रतिनिधि साथ देते हैं.. ना ही अधिकारी कोई एक्शन लेते हैं. थक हार कर गांव के लोग आंदोलन करने बैठ गए.
अधिकारियों ने झाड़ा पलड़ा
अवैध खुदाई के मामले पर अधिकारी भी साफ साफ बोलने से बचते नजर आ रहे हैं. कार्रवाई के बदले अधिकारी टाल मटोल करते नजर आए. अधिकारी कह रहे हैं कि अवैध खनन के मामले में संबंधित कंपनियों को नोटिस भेजा गया है. राजकुमार राजा कंस्ट्रक्शन और अरुण रविशंकर क्रशर प्लांट कंस्ट्रक्शन कंपनी को नोटिस भेजा गया है, लेकिन उसका असर दिखाई नहीं दे रहा.
किसानों को सता रहा डर
चांदी पहाड़ में खुदाई कर रही कंपनियों ने खेत की सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले पइन को भर दिया है. पइन को भरकर कंपनियों ने गाड़ियों की आवाजाही के लिए सड़क बना दी है. ऑफिस का निर्माण कर माप तौल कांटा भी बना लिया गया है. 200 फीट की खुदाई के बाद खाई में जमा पानी को सुखाया जा रहा है. खाई से पानी सुखाने की वजह से 120 फीट के हैंडपंप और बोरिंग पूरी तरह से फेल हो चुके हैं.
इलाके में पेयजल संकट
चांदी पहाड़ में अवैध खुदाई से गांव में पेयजल संकट तो गहरा ही रहा है. साथ ही अधिकारियों की अनदेखी से राजस्व का भी नुकसान हो रहा है. जरूरत है, इसपर जल्द लगाम लगाने की. अवैध खुदाई में शामिल कंपनियों पर एक्शन लेने की.
रिपोर्ट : धर्मेंद्र कुमार
HIGHLIGHTS
- अब अवैध खनन बर्दाश्त नहीं
- सड़क पर जनता... हक की हुंकार
- स्टोन कंपनी की मनमानी पर प्रहार
- प्रशासन की चुप्पी... कौन जिम्मेदार?
Source : News State Bihar Jharkhand