बिहार के छपरा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां सारण जिले में तीन साल पहले अपने पति और बेटों को छोड़कर प्रेमी के साथ भाग गई महिला के मन में तीन साल बाद एक बार फिर बेटे के प्रति प्यार जगा और महिला एक युवक के साथ स्कूल पहुंची और अपने बेटे का अपहरण करने की कोशिश करने लगी, जानकारी मिलने पर आसपास के लोगों ने महिला और उसके साथ आए व्यक्ति को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.
आपको बता दें कि महिला की पहचान मढ़ौरा बस स्टैंड बिंद टोली निवासी दशरथ मांझी की पत्नी राजमुन्नी देवी और युवक की पहचान पटेढ़ा निवासी विकास कुमार के रूप में की गयी है. यह घटना सारण जिले के मढ़ौरा की बताई जा रही है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि बेटे को स्कूल से अगवा करने पहुंची महिला तीन साल पहले अपने पति और बेटों को छोड़कर प्रेमी के साथ भाग गयी थी, तब से उनके बेटों का पालन-पोषण उनके दादा-दादी कर रहे थे.
इसके साथ ही आपको बता दें कि तीन साल बाद अचानक महिला के बेटे प्रेम की नींद खुल गई और वह मढ़ौरा नगर क्षेत्र के अंबेडकर रोड स्थित एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को क्लास से बाहर निकालकर जबरन अपने साथ ले जाने की कोशिश करने लगी. वहीं जब बच्चे ने उसका विरोध किया तो उसने बच्चे के मुंह पर रुमाल रख दिया और उसका मुंह ढकने लगी. महिला को ऐसा करते देख अन्य बच्चे शोर मचाने लगे और मोहल्ले में जाकर घटना के बारे में बताया, जिससे मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए और महिला और उसके साथ आए व्यक्ति को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना देकर दोनों लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया.
वहीं, इस संबंध में महिला की सास लालती देवी ने बताया कि, उनके पुत्र दशरथ मांझी की शादी 2008 में उक्त महिला से हुई थी. उसके दो बेटे हैं, आठ साल का कृष्ण कुमार और छह साल का करण कुमार तीन साल पहले महिला अपने पति और बच्चों को छोड़कर दूसरे युवक के साथ भाग गई थी, जिसके बाद अचानक वह छोटे बेटे को जबरन ले जाने के लिए आ गई है.
HIGHLIGHTS
- तीन साल तक प्रेमी के साथ भागी रही महिला
- अचानक आई बेटे की याद
- अगवा करने पहुंची स्कूल
Source : News State Bihar Jharkhand