Bangladesh Crisis : पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालात दिनों-दिन खराब होते जा रहे हैं. इस पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने गहरी चिंता व्यक्त की है. निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बांग्लादेश में तख्तापलट को भारत के लिए नुकसानदायक बताया और भारतीय सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह केवल राजनीति न करे, बल्कि दिल बड़ा कर दक्षिण एशिया के अभिभावक की तरह कूटनीतिक और सामरिक क्षमता दिखाए, जैसा कि 1971 में इंदिरा गांधी ने पूरी दुनिया को दिखाया था.
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सावधानी और सुधारात्मक कदम की आवश्यकता
आपको बता दें कि पप्पू यादव ने कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति चिंता का विषय है और हमें इंदिरा गांधी जैसे नेता की याद आती है, जिन्होंने 1971 में साहसिक कदम उठाए थे. उन्होंने कहा कि जब हमारे पड़ोसी देश में उथल-पुथल होती है, तो यह हमारी नीति में एक समस्या को दर्शाता है. इस समय हमें सावधान रहने और सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है. चीन की बांग्लादेश पर नजरें गड़ी हुई हैं और हमें भी सतर्क रहना होगा. पप्पू यादव ने इस संदर्भ में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
बांग्लादेश में तख़्तापलट भारत का नुक़सान
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) August 6, 2024
देश की सरकार हिम्मत के साथ हस्तक्षेप करे
ज़िम्मेदारी समझे, सिर्फ़ वोट की राजनीति नहीं
दिल बड़ा कर दक्षिण एशिया के अभिभावक की
तरह कूटनीतिक और सामरिक क्षमता दिखाए
जैसा इंदिरा गांधी जी ने 1971 में पूरी दुनिया को
दिखाया था।
दिल्ली में सर्वदलीय बैठक
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश संकट पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की है. बांग्लादेश के बिगड़े हालात के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. बीएसएफ ने सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी है और यात्री और माल ढुलाई रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. मंगलवार को दिल्ली के संसद भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी राजनीतिक दलों ने संकट से निपटने में सरकार के साथ सहमति जताई है. विदेश मंत्री जयशंकर ने सांसदों को बांग्लादेश की स्थिति से अवगत कराया है.
बांग्लादेश में तख्तापलट और नई सरकार
बता दें कि पिछले दो दिनों में बांग्लादेश में भारी विद्रोह देखने को मिला है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर भारत में शरण ली है. उन्हें गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में रखा गया है. बांग्लादेश की कमान अब वहां की सेना के हाथों में है और इसे तख्तापलट के तौर पर देखा जा रहा है. बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जनवरी 2024 में हुए चुनाव के बाद बनी संसद को भंग करने की घोषणा कर दी है.
भारत की भूमिका और जिम्मेदारी
बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के बीच पप्पू यादव ने भारत की भूमिका और जिम्मेदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत को इस संकट में साहसिक कदम उठाने की आवश्यकता है. बांग्लादेश में स्थिरता और शांति भारत के हित में है और इसलिए हमें अपने पड़ोसी देश की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए.
आपको बता दें कि इस समय बांग्लादेश में चल रही अस्थिरता भारत के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है. पप्पू यादव के अनुसार, हमें इंदिरा गांधी की तरह साहसिक और दृढ़ नीतियों का पालन करना चाहिए ताकि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनी रहे. भारत को अपनी कूटनीतिक और सामरिक क्षमता को दिखाने का यह सही समय है.