बिहार पुलिस सोशल मीडिया पर भी सक्रिय है. दैनिक कार्रवाईयों का विवरण भी पुलिस अब ट्विटर के माध्यम से दे रही है. बिहार पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कसती है और इसके लिए उसे 2021 में एक बड़ा अवार्ड मिल चुका है. दरअससल, बिहार पुलिस को उसके 'चक्र' एप के लिए अवार्ड मिला है. चक्र एप अपराधियों की पहचान करने, क्राइम रिकॉर्ड रखने और गिरोह की पहचान करने के लिए स्मार्ट एप है. चक्र एप की गुणवत्ता से प्रभावित होकर FICCI की तरफ से बिहार पुलिस को स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड-2021 दिया गया है. बता दें कि बिहार पुलिस का चक्र ऐप सिर्फ किसी भी बदमाश, अभियुक्त की तस्वीर से ही उसका आपराधिक इतिहास खोलकर रख देती है. इस ऐप का उपयोग आम इंसान भी कर सकते हैं. ये ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
बता दें कि बिहार पुलिस द्वारा एक मोबाइल एप डेवलप किया है और इस एप का नाम चक्र है. चक्र एप में अपराधियों का ट्रैक रिकॉर्ड रियल टाइम में उपलब्ध होने से पुलिस को आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने में काफी मदद मिलती है. इतना ही नहीं बेल पर रिहा होकर जेल से बाहर आने वालें अपराधियों पर भी पुलिस नजर रखती है.
1.50 करोड़ में बना एप
चक्र एप को बनाने में 1.50 करोड़ रुपये की लागत लगी है. इसके अलावा लगभग 40 लाख रुपए की लागत से पुलिस मुख्यालय में एप का सर्वर लगाया गया है. चक्र एप की मदद से पुलिस को अब अपराधियों का इतिहास जाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती है. मोबाइल पर महज एक क्लिक करते ही अब कहीं से भी किसी भी बदमाश या अपराधी के बारे में पुलिस कोई भी जानकारी हासिल कर सकती है.
नाम डालते ही मिल जाता है आपराधिक इतिहास
चक्र एप पर बिहार के लगभग सभी दुर्दांत अपराधियों से लेकर छोटे अपराधियों तक का आपराधिक इतिहास अपलोड है. अपराधियों का नाम चक्र एप में डालते ही उससे संबंधित सबी जानकारी मोबाइल स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाएगी.
HIGHLIGHTS
- FICCI ने दिया बिहार पुलिस को अवार्ड
- 'स्मार्ट पुलिसिंग 2021' से किया सम्मानित
- 'चक्र' एप की वजह से मिला सम्मान
Source : News State Bihar Jharkhand